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आशीष राज, स्थानीय संपादक, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों जिस तरह से पार्टी के कमजोर होने की बात कही थी और नीतीश कुमार पर अनदेखा करने का आरोप लगाया था, ऐसे में अब 19 और 20 फरवरी को वह पार्टी के अंदर अपनी अपना शक्ति परीक्षण करेंगे। कुशवाहा ने 19 और 20 फरवरी को पटना के सिन्हा लाइब्रेरी में बैठक बुलाई है। वे कह रहे हैं कि पार्टी और नीतीश कुमार को कमजोर करने के लिए राजद से डील हुई है।★
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा 24 घंटे के बाद पार्टी के बागी नेताओं के साथ बैठक करेंगे। बैठक तो पार्टी को मजबूत करने को लेकर की जा रही। लेकिन इस बहाने उपेंद्र कुशवाहा जदयू में अपनी ताकत का एहसास भी करने वाले है। उन्हें पता चल जाएगा कि जदयू के अंदर उनके कितने समर्थक हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने पिछले दिनों जिस तरह से पार्टी के कमजोर होने की बात कही थी और नीतीश कुमार पर अनदेखा करने का आरोप लगाया था, ऐसे में अब 19 और 20 फरवरी को वह पार्टी के अंदर अपनी अपना शक्ति परीक्षण करेंगे।
उपेंद्र कुशवाहा ने बतौर पार्टी के संसदीय बोर्ड अध्यक्ष के तौर पर दो दिन बैठक बुलाई है। हालांकि जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह कह रहे कि उपेंद्र कुशवाहा पार्टी के किसी पद पर नहीं है। लेकिन कुशवाहा ने 19 और 20 फरवरी को पटना के सिन्हा लाइब्रेरी में बैठक बुलाई है। वे कह रहे हैं कि पार्टी और नीतीश कुमार को कमजोर करने के लिए राजद से डील हुई है। इसी पर चर्चा होगी। वैसे हालात से साफ है कि इस बैठक में नीतीश कुमार के खिलाफ ही रणनीति बनेगी।
वहीं, जदयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह अब तक बिना तय कार्यक्रमों के नीतीश कुमार पर वार कर रहे थे। अब वे 26 फरवरी से बदलाव रैली निकालने जा रहे हैं। इसका आगाज आरसीपी सिंह 26 फरवरी को नीतीश के गढ़ नालंदा से करेंगे। रैली की शुरुआत नालंदा के हिलसा प्रखंड से होगी। इस रैली में केवल सियासी नहीं बल्कि किसान, शिक्षा समेत अन्य मुद्दों पर बात होगी। उन्होंने कहा कि महागठबंधन भी रैली करने जा रही है। बिहार की जनता ने साल 2020 में NDA को बहुमत दिया था लेकिन आज एनडीए को छोड़कर लोग महागठबंधन में आ गए हैं।