
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : शिमला/ हिमाचल प्रदेश :
कांग्रेस विधायक सुंदर सिंह ठाकुर ने प्रेस वार्ता में कहा कि प्रदेश सरकार विधानसभा उपाध्यक्ष हंसराज पर भी एफआईआर दर्ज करे। उन्होंने कहा कि सोमवार से सभी निलंबित विधायक विधानसभा के बाहर धरने पर बैठेंगे। सदन के अंदर और बाहर से सरकार को घेरेंगे। सुंदर सिंह ठाकुर ने कहा कि विधानसभा में 15 विधायक हैं जो अपनी बात रखने में सक्षम हैं। कहा कि कांग्रेस विधायकों का षड्यंत्र के तहत निलंबन किया गया है।
गौरतलब है कि बीते शुक्रवार को हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान कांग्रेस विधायकों ने हंगामा किया था। राज्यपाल राजभवन जाने के लिए विधानसभा परिसर से निकले तो कांग्रेस विधायकों ने उनका रास्ता रोककर नारेबाजी की थी। इस बीच मुख्यमंत्री से लेकर कैबिनेट के अन्य मंत्री व विधानसभा अध्यक्ष समझाते रहे, लेकिन विपक्षी विधायक नहीं माने और कार के बोनट पर हाथ मार दिया था। बात बिगड़ती देख विधानसभा उपाध्यक्ष ने मोर्चा संभाला और कांग्रेस विधायकों और नेता प्रतिपक्ष को मार्शलों के साथ मिलकर धक्के मारकर हटाया था।
इस दौरान संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज धक्का-मुक्की के बीच फंसकर जमीन पर गिए गए थे। संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज सदन में हुए घटनाक्रम पर रोष जताते हुए हंगामा करने वाले विधायकों के निलंबन का प्रस्ताव लाए। प्रस्ताव पर चर्चा के बाद नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री के अलावा विधायक सुंदर सिंह ठाकुर, विनय कुमार, हर्ष वर्धन चौहान और सतपाल सिंह रायजादा को पूरे बजट सत्र के लिए 20 मार्च तक निलंबित कर दिया गया था।
विधानसभा सचिवालय प्रशासन ने कांग्रेस विधायकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। यह एफआईआर हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बाहर राज्यपाल को रोकने की कोशिश के लिए प्रासंगिक धाराओं के तहत शिमला के बालूगंज पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई है।