न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
बिहार में पंचायत चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। 2021 के अप्रैल-मई महीने में पंचायत चुना होने की पूरी संभावना है। इधर, मोतिहारी में 4 मुखिया को पदच्यूत करने को लेकर कागजी कार्रवाई की जा रही है। जिला पंचायती राज विभाग ने जिले के चार पंचायत के मुखिया को पदच्युत करने को लेकर बिहार पंचायती राज्य विभाग को प्रस्ताव भेजा है। पदच्युत करने के प्रस्ताव से योजनाओ में गड़बड़ी करने वाले मुखिया लोगो मे हड़कंप मचा हुआ है। पदच्युत करने वाले प्रस्ताव में रक्सौल अनुमंडल के तीन व पकड़ीदयाल अनुमंडल के एक मुखिया का नाम शामिल है ।
जनकारी के अनुसार पूर्वी चंपारण जिला के 405 पंचायतों में चार पंचायत मुखिया को पदच्युत करने की कार्रवाई से हड़कंप मचा हुआ है । सरकार द्वारा योजनाओ में गड़बड़ी करने व शपथ पत्र गलत देने को लेकर यह कार्रवाई हुई है।
जिसके तहत रक्सौल अनुमंडल के रक्सौल,छौड़ादानो व रामगढ़वा व पकड़ीदयाल के मधुबन प्रखंड के लखीमपुर पंचायत के मुखिया को अपदस्थ करने के लिए जिला पंचायती राज्य पदाधिकारी ने वरीय पदाधिकारी के माध्यम से पंचायती राज विभाग को प्रस्ताव भेजा है। सूत्रों की मानें तो अगर मुखिया पर अपदस्त करने की करवाई होती है तो पंचायत चुनाव से उक्त मुखिया जी वंचित हो सकते है।
जिला पंचायती राज कार्यालय के अनुसार तालिमपुर मुखिया विशु साह पर नियम विरुद्ध उपमुखिया के पद को रिक्त बताकर निर्वाचन कराने का आरोप है।
वही एकडरी पंचायत की मुखिया शीला देवी पर वार्ड समिति के खाते में गली-नली की राशि स्थांतरित नही करने का आरोप है। पुरंदरा पंचायत के मुखिया अशोक नट पर गलत शपथ पर पंचायत चुनाव लड़ने का आरोप है।
इसके अलावा सिंघासिनी पंचायत के मुखिया मीना देवी पर मुख्यमंत्री सात निश्चय की अवशेष राशि को डब्लूआईएमसी खाते में नही भेजने का आरोप लगा है।
उक्त सभी पंचायतों की जांच रिपोर्ट एसडीओ व बीडीओ द्वारा जिला पंचायती राज पदाधिकारी को भेजा गया था।वहीं, जिला स्तरीय कमिटी भी वार्डवार नल-जल योजना की जांच कर निष्क्रिय मुखिया पर कार्रवाई के लिए सूची तैयार कर रही है ।