न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : नई दिल्ली :
पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद खाली हुई से राज्यसभा सीट के लिए उप चुनाव की प्रक्रिया जारी है। गुरुवार यानी 26 नवंबर को ही नामांकन के लिए अधिसूचना जारी हो चुकी है लेकिन अब तक यह साफ नहीं हो सका है कि रामविलास पासवान कि इस खाली पड़ी सीट पर राज्यसभा कौन जाएगा। चिराग पासवान या उनकी लोक जनशक्ति पार्टी से कोई चेहरा इस सीट पर जाएगा इसकी संभावना खत्म हो चुकी है लिहाजा अब बीजेपी को फैसला करना है कि वह किसे राज्यसभा भेजती है।
राज्यसभा उपचुनाव में बिहार से बीजेपी कश्मीर को साध सकती है इसकी चर्चा जोरों पर है। बीजेपी के अंदर इस सीट के लिए यूं तो कई नामों की चर्चा है लेकिन सबसे चौंकाने वाला नाम बीजेपी के मुस्लिम नेता शाहनवाज हुसैन का है। शाहनवाज हुसैन साल 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से संसद नहीं पहुंचे हैं। पार्टी ने उन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता तो बनाए रखा ही लेकिन अब उन्हें जम्मू-कश्मीर की जिम्मेदारी दी गई है। जम्मू कश्मीर में आगे होने वाले चुनावों के मद्देनजर शाहनवाज को बड़ी भूमिका दी गई है और माना जा रहा है कि अब उन्हें पार्टी अध्यक्ष राज्यसभा भेज दे तो कोई बहुत अचरज नहीं होगा।
राज्यसभा उपचुनाव को लेकर जनता दल यूनाइटेड पहले ही साफ कर चुका है कि वह किसी भी हालत में लोक जनशक्ति पार्टी के किसी उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेगा। हालांकि नीतीश कुमार को इस बात पर कोई आपत्ति नहीं कि बीजेपी रामविलास पासवान के निधन के बाद खाली पड़ी सीट पर अपना उम्मीदवार दे। अगर शाहनवाज हुसैन को राज्यसभा भेजा जाता है तो नीतीश के लिए भी यह फैसला बेहद सुकून भरा होगा। नीतीश यह मैसेज देने में सफल होंगे कि उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर एक मुस्लिम चेहरे को संसद भेजा।
दूसरी तरफ रामविलास पासवान जैसे बड़े दलित नेता के निधन के बाद खाली पड़ी सीट पर अगर किसी अल्पसंख्यक को भेजा गया तो इससे दलित फैक्टर भी प्रभावी नहीं रहेगा। वरना दलित नेता वाली सीट की भरपाई अगर किसी दूसरे तबके के नेता से की गई तो चिराग पासवान इसे मुद्दा बना सकते हैं। अब इंतजार इस बात का है कि बीजेपी किसके नाम पर मुहर लगाती है।