न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
आज विधानसभा में नीतीश ने खोया आपा। तेजस्वी पर हुए गरम। कहा तुम मेरे दोस्त का बेटा। इसके पिता को बनाया विधायक दल का नेता।इसको बनाया डिप्टी सीएम। इसने आरोप का जवाब नहीं दिया तो इसको छोड़ा। यह चार्ज सीटेड है। क्या बोल रहे हो।
तेजस्वी यादव के आरोपों से बौखलाये नीतीश
तेजस्वी यादव के आरोपों से बौखलाये नीतीश कुमार ने बड़ा हमला बोला। उन्होंने सदन में बोलते हुए कहा कि हम अब तक चुप थे। यह हमारे बेटा के समान है। इसके बाप हमारे उम्र के हैं। ये बकवास कर रहा है। ये झुठ बोलता है। गुस्से में लाल नीतीश कुमार ने कहा कि तुमको डिप्टी सीएम किसने बनाया था। आप चार्जशीटेड हो, तुम क्या करते हो हम सब जानते हैं। 2017 में घोटाले के आरोप लगे थे तो क्यों नहीं एक्सप्लेन किये थे? सारे लोग तुम्हारा एक-एक बात जानते हैं।
तुम्हारे बाप को विधायक दल का नेता किसने बनाया था?
तुम्हारे बाप का भी सारा राज हम जानते हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि अपने पिता से पूछना कि उनको विधायक दल का नेता किसने बनवाया था। गुस्से में लाल नीतीश कुमार ने कहा कि बोलते रहता है लेकिन हम बर्दाश्त किये जा रहे थे। इसलिए कि यह हमारे भाई समान व्यक्ति का बेटा है। लेकिन ये फालतू का बोलते रहता है। अध्यक्ष जी जांच कराइए और इसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके बाद राजद सदस्य हंगामा करने लगे। विवाद बढता देख विस अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी।
तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर किय़ा निजी अटैक
दरअसल,तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश पर निजी हमला बोला था। विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर निजी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि सीएम नीतीश पर हत्या का केस दर्ज है। स्क्रिप्ट चोरी मामले में कोर्ट ने जुर्माना लगाया है।
कितना शोभा देता है दूसरे के बच्चे गिनना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निजी हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि चुनाव में नीतीश कुमार बच्चे गिन रहे थे। हमारे मां-बाप के बारे में कहा कि बेटा की चाह में बेटी पैदा करते रहे, जबकि हकीकत यह भी है कि मेरे दो भाइयों के बाद एक बहन भी पैदा हुई है। मुख्यमंत्री को एक बेटा है। आगे कोई बेटी पैदा न हो जाए, क्या इसी डर से उन्होंने दूसरी संतान को जन्म नहीं दिया? यह भी जोड़ा कि इन सब चीजों का जिक्र हमें पसंद नहीं। जिसकी जैसी भावना होती है, वैसा ही वह दूसरे के बारे में सोचता है। मुख्यमंत्री को कितना शोभा देता है दूसरे के बच्चों की गिनती करना।