न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
पूर्वी चंपारण जिला राजद के बागी उम्मीदवारों का आखड़ा बना हुआ है. जिला के लगभग हर विधानसभा क्षेत्र से राजद के बागी उम्मीदवार मैदान में हैं. केसरिया विधायक डा. राजेश के बाद अब पार्टी के टिकट से वंचित पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण यादव ने बुधवार को चिरैया विधानसभा क्षेत्र से राजद के बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने की घोषणा की. पार्टी से बगावत करने के लक्ष्मी नारायण यादव ने अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई और समर्थकों के आह्वाहन पर पूर्व विधायक ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया.
तेजस्वी की टीम ने नहीं लिया नोटिस
बैठक के बाद पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लालू यादव ने रांची बुलाकर चिरैया से चुनाव लड़ने की बात कहते हुए सिंबल लेने के लिए पटना भेजा, लेकिन पटना में तेजस्वी यादव की टीम ने उनका नोटिस भी नहीं लिया. तेजस्वी यादव से बात तक नहीं हो सकी. उन्होंने कहा कि टिकट कटने के बाद वह अपने क्षेत्र में लौट आए और क्षेत्र की जनता की मांग पर निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की है. लक्ष्मी यादव ने कहा कि वह राजद की ओर से घोषित उम्मीदवार का जमानत जब्त कराकर चुनाव जीतेंगे.
लक्ष्मी यादव निर्दलीय जीत चुके हैं चुनाव
बता दें कि लक्ष्मी नारायण यादव साल 2000 में घोड़ासहन विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीत चुके हैं. फिर फरवरी 2005 और अक्टूबर 2005 में आरजेडी के टिकट पर जीत दर्ज किए. 2008 के परिसीमन के बाद चिरैया विधानसभा क्षेत्र बना. साल 2010 में हुए चुनाव में लक्ष्मी यादव चिरैया विधानसभा क्षेत्र से हार गए. लेकिन 2014 में हुए उपचुनाव में राजद के टिकट पर एक बार फिर चुने गए. लेकिन 2015 के चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा था.