न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
शहर के अगरवा माई स्थान के नजदीक स्थित गौतम बुद्ध दर्द उपचार क्लिनिक में चम्पारण समाज कल्याण मंच के तत्वावधान में विश्व सेरेब्रल पाल्सी दिवस पर जागरूकता परिचर्चा का आयोजन संस्थापक चर्चित युवा चिकित्सक डॉ गोपाल कुमार सिंह के नेतृत्व में किया गया।
इस अवसर पर जागरूकता परिचर्चा को संबोधित करते हुए डॉ गोपाल कुमार सिंह ने सेरेब्रल पाल्सी के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि सेरेब्रल पाल्सी बच्चो में होने वाली एक प्रमुख न्यूरोलोजिकल समस्या है जिसे बोल चाल की भाषा में सीपी यानी जन्मजात दिव्यांगता के नाम से जाना जाता है। जन्म के समय देरी से रोने वाले बच्चों में सेरेब्रल पाल्सी यानी सीपी होने का खतरा अधिक रहता है।
डॉ गोपाल ने बताया कि समय रहते ऐसे बच्चों की सही डायग्नोसीस के द्वारा इसके लक्षणों के अधार इसे पहचान कर समुचित उपचार की जरूरत होती है। सीपी से ग्रसित बच्चों को खड़े होने, चलने, बोलने तथा सुनने में परेशानी होती है। ऐसे बच्चे समान्य बच्चे की तुलना में प्राय: मंद बुद्धि के होते है।
सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित लगभग सतर से अस्सी प्रतिशत बच्चों को नियमित फिजयोथेरेपी एवं आधुनिक तकनीक के द्वारा चलने फिरने के काबिल आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।
वही इस अवसर पर डॉ नवीन श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसे बच्चों के उपचार में खान पान में भी कुछ बदलाव की आवश्यकता होती है। जागरुकता परिचर्चा में डॉ कामत कुमार, डॉ प्रशांत कात्यायन ने भी अपने महत्वपूर्ण विचार वयक्त किये। इस मौके पर नितेश कुमार सिंह, गुलशन कुमार सिंह, राजेश कुमार, सत्येंद्र कुमार, हेमंत आदी मौजूद थे।