
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
पूर्वी चंपारण जिले में लगातार हुए बारिश के कारण सिकरहना व तिलावे नदी में आई उफान के बाद बंजरिया प्रखंड का इलाका एक बार फिर बाढ की चपेट में आ गया है। आई इस बाढ के कारण बंजरिया अंचल सह प्रखंड कार्यालय सहित ई किसान भवन एवं एफसीआई गोदाम बाढ़ के पानी से पुनः जलमग्न हो गया है। जिसके कारण बंजरिया प्रखंड मुख्यालय के सभी कार्यालयों को मोतिहारी के अंबिकामगर स्थित पुराने अंचल सह प्रखंड कार्यालय भवन में शिफ्ट कर दिया गया है।
अंचलाधिकारी मनीकुमार वर्मा ने बताया इस बार के बाढ़ से अजगरी, फुलवार उत्तरी, फुलवार दक्षिणी, पचरुखा पूर्वी, पचरुखा पश्चिमी, पचरुखा मध्य, जनेरवा, रोहिनिया और सिसवा पूर्वी पंचायत के निचले इलाके प्रभावित हुए हैं।
उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को सतर्क कर दिया गया है। बताया कि सभी लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह दी गईं है। साथ ही मवेशियों और बच्चों की विशेष देखभाल की हिदायत दी गई है। वहीं बीडीओ किरण कुमारी ने बताया कि चुनाव की दृष्टि से क्षेत्र के 7 पंचायत फिलहाल बाढ प्रभावित हुए हैं। जिसके कारण 60 से 65 पोलिंग बूथ को रंग रोगन करने में दिक्कतें आएंगी। जिसे बाद में रंग रोगन करा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रखंड कार्यालय में बाढ़ के पानी आ जाने से पुराने प्रखंड कार्यालय से ही निर्वाचन से सम्बंधित कार्य संपादित किया जा रहा है।
बता दें कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों की अदूरदर्शिता और पुराने सीओ के लापरवाही के कारण अंचल सह प्रखंड कार्यालय का एनओसी जारी करके बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में कार्यालय का निर्माण कराया गया है। साथ ही ई किसान भवन और एफसीआई गोदाम भी स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पुराने सीओ की अदूरदर्शिता को दर्शाता है। स्थानीय लोगों की माने तो इसकी एनओसी में बहुत बड़ा गोलमाल हुआ है, जो किसी भ्र्ष्टाचार की ओर इंगित करता रहता है।