न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
शहर की शान व पहचान दिलाने वाले मोतीझील का जल्द ही कायाकल्प होने वाला है। इसका सौंदर्यीकरण किया जाएगा। इसके लिए मास्टरप्लान तैयार हो गया है। इसकी पहचान अब पर्यटक स्थल के रूप में भी होगी। पार्क, मोटरबोट का आनंद भी लोग उठा सकेंगे।
मोतीझील पर हैंगिग पुल बनेगा। यह शहर ही नहीं बिहार के लिए एक नया पुल होगा। इस पर 1500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इस पुल में एक भी पाया नहीं होगा। इसे धनुषाकार स्वरूप दिया जाएगा।Dएनएच को बाइपास में सीधे जोड़ेगा। इसके अलावा 156 करोड़ मोतीझील के विकास व सौंदर्यीकरण पर खर्च होंगे। पूर्वी व पश्चिमी क्षेत्रों के लिए अलग-अलग तरीके से सौंदर्यीकरण की योजना तैयार की गई है। पूर्वी क्षेत्र में पार्क, चिल्ड्रेन पार्क, बोटिग व वाक-वे का निर्माण होगा। पश्चिमी किनारे पर फूड कोर्ट, सड़क के किनारे बैठने की व्यवस्था, बोटिग के लिए टिकट काउंटर का निर्माण किया जाएगा। झील के किनारे रोइंग क्लब के विकास के लिए प्रारंभिक स्तर पर 20 लाख रुपये आवंटित हुए हैं।
बढ़ेंगे पर्यटक, रोजगार के अवसर का होगा सृजन
निर्माण कार्य पूरा होने से पर्यटक बढ़ेंगे। बापू की कर्मभूमि पर आने वाले पर्यटक झील के साथ उनसे जुड़े स्थल भी देख सकेंगे। पुल और आसपास खाद्य पदार्थो के अलावा कई प्रकार की दुकानों का विकास होगा। इससे स्थानीय स्तर पर कई प्रकार के छोटे-छोटे रोजगार के अवसर मिलेंगे।
कला संस्कृति व युवा मंत्री प्रमोद कुमार का कहना है कि धनुषाकार पुल के निर्माण के बाद मोतीझील को एक नया स्वरूप मिलेगा। इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
पुल के निर्माण को लेकर जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक नेकवायद प्रारंभ कर दी गई है। अधिकारियों की टीम स्थल का निरीक्षण कर चुकी है। डीपीआर भेजी जा चुकी है। जल्द ही निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।