न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
जिला मुख्यालय स्थित राधाकृष्णन भवन में वेकबास्टिग के माध्यम से किसानों ने पीएम नरेंद्र मोदी को सुना। मत्स्य, डेयरी व पशुपालन आत्मनिर्भर भारत की ताकत बनाने के संदेश को किसानों ने सराहा। कहा कि सरकार की सोच देश के हर क्षेत्र में विकास की है। जिले के कोने-कोने से आए किसान इस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर सरकार की योजनाओं से अवगत हुए।
पीएम ने इस क्रम में लोकल से वोकल बनने व कृषि में अनुसंधान को शामिल करने को लेकर चर्चा की। नए तकनीक से किसानी किस प्रकार लाभदायक हो सकती है और इसके लिए सरकार की क्या सोंच है इन सब बातों ने किसान अवगत हुए। पीएम ने बाहर से आने वाले मजदूरों को संदेश दिया कि वे पशुपालन कर आत्मनिर्भर भारत का हिस्सा बन सकते हैं। किसानों ने कहा कि पीएम द्वारा प्रारंभ ई गोपाला एप उनके लिए लाभकारी साबित होगा। इससे उन्नत तकनीक की जानकारी, बिचौलियों से मुक्ति, पशुओं को बीमारी के बारे में जानकारी भी मिलेगी।
पीएम ने अपने भाषण के क्रम में मोतिहारी का जिक्र करते हुए कृषि व वानिकी कॉलेज की स्थापना करने की चर्चा की। पूसा में कृषि के विकास के लिए केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय की स्थापना के बारे में भी जानकारी दी। कोरोना काल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों की सराहना की। कहा कि कोरोना काल में 60 लाख गांवों में नल का जल पहुंचाया है जो अपने आप में अभूतपूर्व है। लीची, मखाना, मधुमक्खी पालन को नई तकनीक के साथ विकास करने की आवश्यकता बताई।
कार्यक्रम को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी संबोधित किया। जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए किसानों में तनवीर अहमद खान, कुमार सुरेंद्र पांडेय, अजय कुमार सिन्हा, कृष्णा राम, उमेश ठाकुर, अजय कुमार देव, जयप्रकाश यादव, राजकुमार प्रसाद कुशवाहा, रमेश प्रसाद यादव, राजकुमार मिश्रा आदि प्रमुख थे।
कृषि पर निर्भर 76 फीसद लोगों का विकास जरूरी : नीतीश
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के करीब 76 फीसद लोग अभी भी कृषि पर आश्रित हैं। उनके उत्थान के लिए प्रयास किया जा रहा है। पूसा में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना कर कृषि तकनीक को बेहतर किया जा रहा है। वहीं बिहार के वैसे क्षेत्र जिसे चवर कहा जाता है और वहां खेती नहीं होती। यहां हमेशा पानी लगा रहता है। इस प्रकार के 9 हजार हेक्टेयर में तालाब का निर्माण कराकर मत्स्यपालन करने की योजना पर काम चल रहा है। यहां मत्स्यपालक मछली पालन के साथ फल व फूल की खेती कर आर्थिक रूप से मजबूत हो सकते हैं।
पहले घोटाले के कारण बदनाम था पशुपालन विभाग : उपमुख्यमंत्री
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने जब कहा कि पशुपालन विभाग कभी पशुचारा घोटाले के कारण बदनाम था। कोई इसे चलाना नहीं चाहता था। कोई इस विभाग का मंत्री नहीं बनना चाहता था। लेकिन, नीतीश कुमार के कार्यकाल में इसका स्वरूप बदला। बिहार ने दुग्ध उत्पादन में आशातीत सफलता हासिल की है। बिहार के लोग पशुओं को टीका लगाना नहीं समझते थे। अब यह कई गुना बढ़ा है। तो प्रशाल में बैठे लोग भी हकीकत को महसूस करने जैसी प्रतिक्रिया देने से नहीं रोक सके।