न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
पताही स्थित बाल विकास परियोजना कार्यालय इन दिनों सुर्खियों में है। सीसीटीवी कैमरा लगाने के बाद भी दलालों का जमावड़ा आम है। इस क्रम में एक नया मामला प्रकाश में आया है। सहायिका बनी एक सेविका पिछले डेढ़ साल से त्यागपत्र देने के बाद वेतन का उठाव कर रही है। बावजूद इसके अधिकारी इस मामले से अनभिज्ञ हैं।
यहां बता दें कि पताही बाल विकास परियोजना कार्यालय अंतर्गत बलुआ जुल्फेकाराबाद पंचायत के वार्ड नंबर 10 स्थित केंद्र संख्या-तीन की सेविका रानी देवी के रुप में वर्ष 2004 से केंद्र का संचालन कर रही थी। वर्ष 2018 में जब मोतिहारी जिला कल्याण पदाधिकारी के निर्देश पर उक्त पंचायत के वार्ड नंबर 11 में अतिरिक्त सेविका-सहायिका के लिए बहाली निकाली गई तब जनवरी 2019 में सहायिका रीना देवी ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। फलस्वरुप वे वार्ड नंबर 11 में सेविका पद के लिए चयनित कर ली गई।
हालांकि, इस चयन को लेकर अभी जिला प्रोग्राम पदाधिकारी के न्यायालय में मामले चल रहा हैं। इधर, बाल विकास परियोजना कार्यालय की मिलीभगत से रीना सहायिका व सेविका के रुप में पोषाहार व वेतन आदि का उठाव करती रही। वह सहायिका के रुप में वार्ड नंबर 3 में भी कार्यरत रही, जहां से उसने त्यागपत्र दे दिया था। अब सवाल यह उठता है कि एक तरफ सहायिका बनी सेविका केंद्र संचालन कर पोषाहार का उठाव एवं वितरण कर रही हैं। वहीं एक ही व्यक्ति दो पद पर रहते हुए वेतन का उठाव कर रही है। आखिर इसमें इस खेल में कौन-कौन शामिल है जो गहन जांच का विषय है।
वहीं पताही की प्रभारी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, कुमारी प्रगति ने न्यूज़ टुडे को बताया कि मुझे हाल ही में पताही का प्रभार मिला है। मामला संज्ञान में आया है। इसको लेकर संबंधित लोगों के विरुद्ध जांच कर अवश्य कार्रवाई की जाएगी।
उधर पताही के वार्ड नंबर 11 बलुआ जुल्फेकाराबाद की आंगनबाड़ी सेविका रीना कुमारी ने अपनी सफाई में न्यूज़ टुडे को बताया कि मानदेय आने वाले खाता एक हैं। इसमें समूह के भी पैसे आए थे। जानकारी के अभाव में पैसों का उठाव कर लिया गया है।