
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी, बिहार
आशीष राज, स्थानीय संपादक, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह
*मोतिहारी में पुलिस ने गन फैक्ट्री का खुलासा किया. बड़ी संख्या में हथियार बरामद कर दो मास्टरमाइंड सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया.*
बिहार के मोतिहारी में अवैध हथियार निर्माण का अंतरराष्ट्रीय खेल चल रहा था. ये पूरा रैकेट पोल्ट्री फॉर्म के आड़ में चलाया जा रहा था. बाहर से मुर्गा-मुर्गी का दुकान था और उसके भीतर हथियार निर्माण की फैक्ट्री चल रही थी. चार अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. छपरा और मुंगेर से भी इसके तार जुड़ रहे हैं. भारी मात्रा में निर्मित और अर्धनिर्मित हथियार बरामद हुए.
पूरा मामला भारत-नेपाल सीमा के पास पालनवा थाना क्षेत्र की है. जहां मुर्गी फार्म के आड़ में एक घर में फैक्ट्री चलाया जा रहा था. गुप्त सूचना के आधार पर रक्सौल डीएसपी धीरेंद्र कुमार के नेतृत्व में भेलाही, रामगढ़वा और रक्सौल थाना की पुलिस की कार्रवाई में सफलता मिली. पुलिस ने मालिक और कारीगरों को हथियार बनाते हुए पकड़ा.
दरअसल, भेलाही थाना प्रभारी सीता केवट को गुप्त सूचना मिली थी कि पलनवा थाना क्षेत्र में अवैध गन फैक्ट्री का संचालन हो रहा है. एसपी स्वर्ण प्रभात ने रक्सौल डीएसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया. टीम ने पलनवा थाना क्षेत्र में छापेमारी कर मौके से मास्टरमाइंड पंकज सिंह और राजेश्वर सिंह को गिरफ्तार किया. दोनों पलनवा थाना क्षेत्र के सिरसिया गांव के रहने वाले है.
दोनों मास्टरमाइंड की निशानदेही पर एक विशेष टीम को छपरा और मुंगेर भेजा गया. जहां से फैक्ट्री के मास्टरमाइंड अमिताभ शर्मा और मुंगेर से नैयर आलम को गिरफ्तार किया गया. छपरा के अमिताभ शर्मा के पास से पिस्टल और कारतूस को बरामद किया गया.
पूछताछ के बाद पुलिस ने मुंगेर के कासिम बाजार थाना क्षेत्र से मोहम्मद नैयर आलम और सारण जिला क्षेत्र के परसा थाना क्षेत्र से अमिताभ कुमार शर्मा को गिरफ्तार किया.
छापेमारी में पुलिस को मौके से एक कंट्री मेड कारबाईन, तीन देसी पिस्तौल, 43 पीस नाइन एमएम का कारतूस, 31 पीस 3.5 बोर का कारतूस,9 पीस 7.62 कारतूस, एक पीस सिक्सर, छह पीस अर्द्धनिर्मित पिस्टल, दस पीस अर्द्धनिर्मित स्लाइडिंग, 20 पीस अर्द्धनिर्मित मैगजीन समेत ड्रिल मशीन और पंचिंग मशीन के अलावा हथियार बनाने के कई उपकरण बरामद हुआ है.