
न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★जांच रिपोर्ट में लिखा है की बोधगया थाना कांड संख्या -334 /14 के अभियुक्त, भू-माफिया किट्टी नवानी अत्यंत शक्तिशाली एवं प्रभावशाली है। गुमनामी का अनुरोध करते हुए कतिपय श्रोंतों द्वारा यह भी सूचित किया गया है की प्रशासन से जुड़े हुए कई वरिष्ठ अधिकारी थाईलैंड में किट्टी नवानी की मेजबानी का सुख भोग चुके हैं। सुत्रों की मानें तो कई वरिष्ठ अधिकारियों का किट्टी नवानी के साथ थाईलैंड में मौज -मस्ती करते हुये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हैं। एडीजी के जांच में कई गवाहों ने बताया है की किट्टी ने सिर्फ बौद्धिस्ट-थाई -भारत सोसाइटी के ही नाम पर फर्जीवाड़ा व ठगी नहीं किया है बल्कि कई नॉट फॉर सेल वाले भू-खंडो को करोड़ों में बेच दिया हैं।★
करोड़ों रूपये का फर्जीवाड़ा व ठगी करनेवाले भू-माफिया किट्टी नवानी को क्लीनचिट देने वाले खाकी के रीयल हीरो के खिलाफ एडीजी ने कार्रवाई की अनुशंसा के बाद इसके पीछे का गंदा खेल उजागर होना शुरू हो गया हैं। वेब सीरीज ” खाकी – द बिहार चैप्टर ” बनने में भ्रष्टाचार का करोड़ों रूपये लगा है। इसको लेकर एसवीयू ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है। खाकी के रीयल हीरो के खिलाफ रिपोर्ट में एडीजी ने लिखा है कि कानूनी प्रावधानों तथा अकाट्य साक्ष्यों की जान-बूझकर अनदेखी करते हुये अभियुक्तों को गैरकानूनी लाभ पहुंचाने की मंशा से कांड में अंतिम प्रतिवेदन तथ्य की भूल समर्पित करने का आदेश दिया गया। यह कृत्य भारती दंड की विधान की धारा -52 में परिभाषित सद्भावपूर्वक के आशय के सर्वथा विपरीत है। इनके विरूद्ध कानूनी/ प्रशासनिक कार्रवाई किया जाएं।
वरिष्ठ अधिकारियों ने भू-माफिया किट्टी नवानी के मेजबानी का थाईलैंड में लिया मजा
एससी/ एसटी के तत्कालीन एडीजी ने दो माह पहले खाकी के रीयल हीरो ( तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक ,मगध क्षेत्र गया ) पर लगे आरोप के जांच रिपोर्ट में लिखा है की बोधगया थाना कांड संख्या-334 /14 के अभियुक्त, भू-माफिया किट्टी नवानी अत्यंत शक्तिशाली एवं प्रभावशाली है। गुमनामी का अनुरोध करते हुए कतिपय श्रोंतों द्वारा यह भी सूचित किया गया है की प्रशासन से जुड़े हुए कई वरिष्ठ अधिकारी थाईलैंड में किट्टी नवानी की मेजबानी का सुख भोग चुके हैं। सुत्रों की मानें तो कई वरिष्ठ अधिकारियों का किट्टी नवानी के साथ थाईलैंड में मौज -मस्ती करते हुये तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हैं। एडीजी के जांच में कई गवाहों ने बताया है की किट्टी ने सिर्फ बौद्धिस्ट-थाई -भारत सोसाइटी के ही नाम पर फर्जीवाड़ा व ठगी नहीं किया है बल्कि कई नॉट फॉर सेल वाले भू-खंडो को करोड़ों में बेच दिया हैं।
किट्टी नवानी के नागरिकता की जांच करेगा विशेष शाखा
बिहार पुलिस के अनुसंधान का अपना अंदाज हैं। 8 साल पूर्व किट्टी नवानी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। गृह विभाग से लेकर कई वरीय पुलिस अधिकारियों ने किट्टी नवानी के नागरिकता स्पष्ट करने का निर्देश दिया। लेकिन आज तक किट्टी नवानी का नागरिकता रहस्य बना हुआ हैं। किट्टी नवानी ने बौद्धगया में दलितों से फर्जीवाड़ा कर नॉट फॉर सेल वाले जमीन की खरीद किया है। सेल डीड में वह अपने को बिहार जिले के गया का स्थाई निवासी बताया है। वहीं हाईकोर्ट में दाखिल अग्रिम जमानत याचिका में वह अपने को थाईलैंड का निवासी बताया हैं। एससी/ एसटी के तत्कालीन एडीजी ने कमजोर वर्ग के नयंत्री पदाधिकारी एएसपी को निर्देश दिया है की किट्टी नवानी की नागरिकता संबंधी विवाद/ विरोधाभाष को विधिसम्मत निपटारे के लिए विशेष शाखा मुख्यालय को पत्र लिख वांछित सहयोग प्राप्त करें। सुत्रों की मानें तो किट्टी नवानी पाकिस्तान के लाहौर के समीप का रहने वाला बताया जाता हैं। आईबी ने भी पूर्व में जांच किया हैं। गया के तत्कालीन सिटी एसपी ने गृह मंत्रालय को इस संबंध में एक पत्र लिख सूचना दिया था।
हाईकोर्ट ने अग्रिम जमानत याचिका किया खारिज, सरेंडर करने का आदेश
करोड़ों के फर्जीवाड़ा व ठगी के आरोप को लेकर बोधगया थाना कांड संख्या- 334/14 दर्ज कराया गया। कांड के अभियुक्त किट्टी नवानी ने पटना हाईकोर्ट में क्रीमनल मिसलेनियस फाइल किया। 5 जनवरी 2021 को किट्टी नवानी का अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दिया गया एवं अभियुक्त को निर्देश दिया गया की निचली अदालत में सरेंडर करें। अभियुक्त किट्टी नवानी ने सरेंडर नहीं किया बल्कि अपने प्रभाव के बल पर क्लीनचिट ले लिया।