
न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★”जो नकली शराब पिएगा वह तो मरेगा ही, लोगों को खुद ही सचेत रहना होगा.” नीतीश ने कहा कि कुछ लोगों का क्या कर सकते हैं. कुछ लोग गलती करते ही हैं. जो शराब पिएगा वो तो मरेगा ही. ”जब बिहार में शराबबंदी नहीं थी, तब भी लोग नकली शराब पीकर मर जाते थे. यहां तक कि अन्य राज्यों में भी ऐसी घटनाएं होती हैं.★
बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है. छपरा में हुई जहरीली शराब से मौत मामले को लेकर बीजेपी का तेवर तल्ख है. शराबबंदी वाले बिहार के सारण में जहरीली शराब से अब तक 38 लोगों की मौत हो गई है. विपक्षी बीजेपी इस मुद्दे पर लगातार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेर रही है. इसी बीच नीतीश कुमार ने विधानसभा में विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, ”जो नकली शराब पिएगा वह तो मरेगा ही, लोगों को खुद ही सचेत रहना होगा.” नीतीश ने कहा कि कुछ लोगों का क्या कर सकते हैं. कुछ लोग गलती करते ही हैं. जो शराब पिएगा वो तो मरेगा ही.
नीतीश कुमार ने कहा, ”जब बिहार में शराबबंदी नहीं थी, तब भी लोग नकली शराब पीकर मर जाते थे. यहां तक कि अन्य राज्यों में भी ऐसी घटनाएं होती हैं. लोगों को सचेत रहना चाहिए. बिहार में चूंकि शराबबंदी है, तो कुछ न कुछ नकली बिकेगा, इसे पीकर लोगों की मौत हो गई. नीतीश कुमार ने कहा कि शराब बुरी आदत है. इसे नहीं पीना चाहिए.”
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, ”मैंने अधिकारियों को कहा है कि गरीबों को न पकड़ें जो लोग इसका व्यवसाय कर रहे हैं उन्हें पकड़ें. शराब बंदी कानून से कई लोगों को फायदा हुआ है कई लोगों ने शराब छोड़ दी है. नीतीश ने अपील की कि कोई भी शराब से जुड़ा व्यवसाय न करे, और कोई बिजनेस करें, जरूरत पड़ी तो सरकार दूसरे बिजनेस के लिए 1 लाख रुपए तक देने के लिए तैयार है.
‘जब तक नीतीश कुमार माफी नहीं मांगेंगे, सदन नहीं चलने देंगे’
मुख्यमंत्री के व्यवहार को लेकर बीजेपी नेताओं में आक्रोश है और वो लोग ईंट से ईंट बजा देने की बात कह रहे हैं. बीजेपी के विधायक पवन जायसवाल ने कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब तक माफी नहीं मांगेंगे, तबतक सदन नहीं चलने दिया जाएगा. पवन जायसवाल ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग भी की है. गौरतलब है कि छपरा में बीते दो दिनों के भीतर जहरीली शराब से करीब 38 लोगों की संदिग्ध मौत हो गई है. इसको लेकर बीजेपी सदन में चर्चा की मांग कर रही है. बुधवार को भी विधानसभा की कार्यवाही हंगामेदार रही और जहरीली शराब का मामला पूरे दिन गूंजता रहा. नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा के बीच नोकझोंक भी हुई.
माननीय मुख्यमंत्री जी
एक बार फिर से जनगणना की तरह शराब बंदी पर लोगो का मत लें और आगे फैसला करें क्या करना है क्योंकि जबरदस्ती थोपे गए आदेश अक्सर फेल हो जाया करते है .. जनता आपकी है और उनका मत भी आपके पक्ष में जाना चाहिए…