न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
राज्य सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की तैयारी कर रही है। खासकर क्लास वन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को तेज करने के लिए सरकार ने विशेष निगरानी इकाई (एसवीयू) को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में सीबीआई के रिटायर्ड एसपी डॉ. जयप्रकाश मिश्रा को अनुबंध पर स्पेशल विजिलेंस यूनिट में तैनात किया गया है।
बड़े अफसरों की आय से अधिक संपत्ति की जांच के लिए स्पेशल विजिलेंस यूनिट में सरकार ने सीबीआई के रिटायर्ड अफसरों को शामिल करने का प्रावधान कर रखा है। माना जा रहा है कि नए एसपी की तैनाती के बाद एसवीयू का ऑपरेशन तेज होगा।
सवीयू ने वर्ष 2007 में अपनी पहली कार्रवाई आईपीएस अधिकारी व होमगार्ड के डीजी नारायण मिश्रा के खिलाफ की थी। उनकी 1.30 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है और पटना स्थित उनके आवास में स्कूल भी खोला जा चुका है। इसी तरह लघु सिंचाई विभाग के तत्कालीन सचिव व आईएएस शिवशंकर वर्मा की 1.43 करोड़ की संपत्ति जब्त कर उनके आवास में भी स्कूल खोला गया है।
4 आईएएस-आईपीएस सहित 21 अफसरों के खिलाफ एसवीयू ने की है कार्रवाई
स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने अबतक दो आईएएस व दो आईपीएस अफसरों के अलावा 21 लोकसेवकों के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में कार्रवाई की है। इसके अलावा 54 निजी लोगों का मामले में भी जांच चल रही है।
इन अफसरों के खिलाफ हुई कार्रवाई
आईपीएस व होमगार्ड के पूर्व डीजी नारायण मिश्रा
वीरचंद्र प्रसाद सिंह, तत्कालीन जेल निदेशक
शिवेन्द्र प्रियदर्शी, तत्कालीन उप महानिरीक्षक कारा सेवा
विवेक कुमार, आईपीएस व मुजफ्फरपुर के तत्कालीन एसएसपी
शिवशंकर वर्मा, आईएएस व लघु सिंचाई विभाग के तत्कालीन सचिव
अवधेश प्रसाद सिंह, तत्कालीन चीफ इंजीनियर, लघु सिंचाई विभाग
रामविलास चौधरी, तत्कालीन चीफ इंजीनियर
योगेन्द्र कुमार जायसवाल, तत्कालीन राज्य औषधि नियंत्रक
अवधेश कुमार सिंह, तत्कालीन कार्यपालक अभियंता पथ निर्माण
शारदेन्दु भूषण, सहायक अभियंता पथ निर्माण
ध्रुव नारायण चौधरी, तत्कालीन राजभाषा निदेशक
देवेन्द्र प्रसाद, तत्कालीन विशेष सचिव पशु एवं मत्स्य संसाधन
अजय कुमार मिश्र, तत्कालीन सहायक महानिरीक्षक निबंधन मगध रेंज
दिगंबर प्रसाद तिवारी, तत्कालीन अपर आयुक्त, वाणिज्यकर
वरुण कुमार सिकदर, तत्कालीन आयुक्त, वाणिज्यकर
रविकांत तिवारी, तत्कालीन उप विकास आयुक्त, छपरा
आईएएस दीपक आनंद, तत्कालीन निदेशक, पंचायती राज
कामेश्वर प्रसाद सिंह, तत्कालीन सहायक अभियंता
अवधेश कुमार ओझा, तत्कालीन डीएफओ
वैद्यनाथ रजक, तत्कालीन संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग
संजय कुमार सिंह, तत्कालीन संयुक्त निदेशक, उद्योग