न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
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मोतिहारी पुलिस ने करोड़ों रुपए की ठगी करनेवाले मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन चिट फंड कंपनी के संचालक निर्भय यादव के साथ उसके सहयोगी पंकज कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों की गिरफ्तारी चकिया स्थित NH के बनरझुला से आज पुलिस ने की है। मदर टेरेसा चिट फंड कंपनी संचालक निर्भय यादव मोतिहारी, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और बेतिया जिले में 20-20 महिलाओं का समूह बनवाकर भारत फाइनेंस चिटफंड कंपनी से लोन दिलाकर अपने ट्रस्ट के खाते में रूपए जमा कराता था।
पुलिस ने संचालक से पैन कार्ड, वोटर आई कार्ड, मीना देवी का चेक बुक, जमीन का दास्तवेज सहित बैंक ऑफ इंडिया से निर्गत प्रमाण पत्र, माध्यमा का अंक पत्र, सर्टिफिकेट और मेसर्स दीप इंटरप्राईजेज के खाता संख्या 34410883199 के ट्राजेक्शन का विवरण लिया है। SP नवीन चन्द्र झा ने सोमवार को अपने कार्यालय कक्ष में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर इस बात की जानकारी दी।
करोड़ों की ठगी कर अचानक हो गया फरार
SP श्री झा ने बताया कि इस तरह से उसने अब तक हजारों महिलाओं को अपनी ठगी का शिकार बनाकर करीब 100 करोड़ से भी ज्यादा रूपए गबन कर अचानक फरार हो गया। इसकी फरारी की सूचना के बाद महिला समूह संगठनों के सदस्यों में हलचल मच गई। सड़क जाम से करने से लेकर DM कार्यालय तक प्रदर्शन किया गया।
ठगी के बाद 14 जुलाई को FIR दर्ज
ठगी की इस घटना के विरूद्ध मधुबन थाना में 14 जुलाई को खैरवा गांव निवासी लालबाबू साह की पत्नी कोशिला देवी ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए मदर टेरेसा फ्यूचर फाउंडेशन चिटफंड कंपनी के संचालक निर्भय कुमार यादव, मीना देवी, दीपक कुमार व रौशन कुमार को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई। ये सभी आरोपी मधुबन थाना क्षेत्र के बंजरिया गांव निवासी बताए जाते हैं। इस संबंध में एसपी नवीन चन्द्र झा ने बताया कि निर्भय कुमार यादव एवं सहयोगी को चकिया थाना अंर्तगत बनरझुला स्थित राजमार्ग से गिरफ्तार किया गया है।
लोन दिलाने के बाद खाते में जमा कराता था 22, 500 रूपए
वह छलपूर्वक महिलाओं का सभी जिलो में 20-20 महिलाओं का समूह बनवाकर फाइनेंस कंपनी के माध्यम से एक साजिश के तहत पहले 30 हजार रुपए लोन दिलाता था, जिसमें से 22 हजार 500 रूपए वह अपने ट्रस्ट के खाते में जमा करा लेता था। बाकी पैसे महिलाओं को मिल जाता था। इतना पैसा मिल जाने से ही महिलाएं खुश हो जाती थी।
11 करोड़ रुपए का मामला हुआ उजागर
SP ने बताया कि अबतक जांच में जो मामला सामने आया है, उसमें दर्ज प्राथमिकी के अनुसार करीब 11 करोड़ का मामला उजागर हुआ है। अब तक उसके लगभग 5,000 महिलाओं को शिकार बनाने की जानकारी मिली है।
दर्ज प्राथमिकी में 4.5 करोड़ की है चर्चा
मधुबन थाना में दर्ज प्राथमिकी में 4.5 करोड़ रूपए ठगने की चर्चा की गई है। उन्होंने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए निर्भय की गिरफ्तारी एवं जांच के लिए पकड़ीदयाल डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित की गई थी। टीम में शामिल प्रशिक्षु डीएसपी सह मधुबन थानाध्यक्ष विनिता सिन्हा, दारोगा राजेश कुमार, तकनीकी शाखा की टीम सअनि विनोद कुमार व मधुबन थाना के जवानों के सहयोग से फरार निर्भय कुमार को सहयोगी पंकज के साथ दबोच लिया गया है।