न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना- बिहार/ नई दिल्ली :
कांग्रेस को देश के भीतर अगुवाई के लिए कोई नेता भले ही ना मिल रहा हो, विदेशों में दनादन नियुक्तियां हो रही हैं। यूरोप के कई देशों में पार्टी ने अपने अध्यक्ष नियुक्त किए हैं। मकसद कांग्रेस की विचारधारा को विदेशी जमीन पर फैलाना है। दो साल पहले, राहुल गांधी के अध्यक्ष पद छोड़ने के बाद से ही कांग्रेस के पास कोई फुलटाइम अध्यक्ष नहीं हैं। सोनिया गांधी ने फिलहाल पार्टी की कमान अपने हाथ में ले रखी है।
ओवरसीज कांग्रेस का जिम्मा टेक्नोक्रेट सैम पित्रोदा के पास है। उन्होंने इस हफ्ते नई नियुक्तियों की घोषणा की। कांग्रेस की 23 यूरोपीय देशों में मौजूदगी है जिनमें से यूके में वह सबसे ज्यादा मजबूत है। ओवरसीज कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि अधिकतर नियुक्तियां कारोबार, पेशेवर या बौद्धिक क्षेत्र से हुई हैं।
कहीं साइंटिस्ट तो कहीं वैज्ञानिक को बनाया अध्यक्ष
पार्टी ने नॉर्वे में ‘इंडियन ओवरसीज कांग्रेस’ (IOC) का अध्यक्ष एक बीयर ब्रांड के मालिक गैरिसोबर सिंह गिल को बनाया है। ‘चक्र’ बीयर की वेबसाइट के अनुसार, 2006 में लॉन्च हुई उनकी बीयर इंटरनैशनल मार्केट का ‘पहला पंजाबी ब्रैंड’ है। गिल ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि उनके पिता यूरोप में IOC के संस्थापक थे और पूरी जिंदगी कांग्रेस में रहे। फिनलैंड के लिए कांग्रेस ने 35 साल की साइंटिस्ट कोमल कुमार को चुना है। वह ब्लड कैंसर की फील्ड में काम करती हैं। मैसूर से आने वाली कोमल ने पित्रोदा को ईमेल कर कांग्रेस में शामिल होने की इच्छा जताई थी।
कांग्रेस इस नए प्लान पर कर रही विचार
इसके अलावा कांग्रेस ने इटली में दिलबाग चन्ना, स्विट्जरलैंउ में जॉय कोचट्टू, स्वीउन में सोनिया हेल्डस्टड, ऑस्ट्रिया में सुनील कोरा, बेल्जियम में सुखीवन प्रीत सिंह, हालैंड में हरपिंदर सिंह घाग और पोलैंड में अमरजीत सिंह को अध्यक्ष पद पर बिठाया है।
देश के भीतर कांग्रेस को कौन संभालेगा?
कांग्रेस ने विदेशों में नेतृत्व के लिए चेहरे भले ही ढूंढ लिए हों, देश में उसके पास अभी कोई नाम नहीं है। राहुल बार-बार मना कर चुके हैं, जबकि पार्टी के ज्यादातर नेता गांधी परिवार के हाथ में ही कमान रखना चाहते हैं। अध्यक्ष पद को लेकर चुनाव बार-बार टलता रहा है। कोविड-19 महामारी को वजह बताकर सालभर में तीन बार चुनाव टाले जा चुके हैं। फिलहाल सोनिया गांधी अंतरिम अध्यक्ष के रूप में कमान संभाले हुए हैं।
राहुल गांधी ने 2019 लोकसभा चुनाव के बाद छोड़ा था पद
2019 में राहुल गांधी के पद छोड़ने के बाद से कांग्रेस अब तक नया पूर्णकालिक अध्यक्ष नहीं खोज सकी है। हालांकि पार्टी ने हाल ही में यूरोप के कई देशों में अध्यक्षों की नियुक्ति की है।