न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
बिहार के एक अवर निबंधक ने सरकार को करोड़ों के राजस्व का चूना लगाया। हालांकि जिला अवर निबंधक की तमाम चालाकी धरी की धरी रह गई। पूरे मामले में रजिस्ट्रार पर कार्रवाई की तलवार लटक रही है. करोड़ों के सरकारी राजस्व के नुकसान में आरोपी जिला अवर निबंधक पर कार्रवाई को लेकर रिपोर्ट निबंधन विभाग को भेज दी गई है.
जिला अवर निबंधक का हो चुका है स्थानांतरण
इधर, सरकार को 6 करोड़ का चूना लगाने वाले अवर निबंधक पर विभाग न केवल मेहरबान है, बल्कि कार्रवाई की जगह 30 जून को स्थानांतरित कर फिर से मलाईदार जिला दिया गया है। निबंधन विभाग ने मोतिहारी के जिला अवर निबंधक मोतिहारी को स्थानांतरित कर लखीसराय भेज दिया है. इधर मोतिहारी जिला प्रशासन ने जांच रिपोर्ट और अवर निबंधक के शो-कॉज का जवाब निबंधन विभाग को भेज दिया है. अब देखना होगा सरकार को चूना लगाने वाले अधिकारी विनय कुमार प्रसाद पर एक्शन कब होता है.
क्या है पूरा मामला
पूरा मामला मोतिहारी का है जहां के जिला अवर निबंधक विनय कुमार प्रसाद ने सरकार को पांच करोड़ 94 लाख 332 रू राजस्व का नुकसान किया. मामले के खुलासे के बाद मोतिहारी के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने जांच बिठाई थी. जांच टीम ने पूरे मामले की जांच कर 12 अप्रैल 2021 को अपनी रिपोर्ट डीएम को सौंप दी थी. अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी शशि शेखर चौधरी के नेतृत्व में बनी जांच टीम ने पाया कि तुरकौलिया की एक जमीन जो व्यवसायिक- आवासीय थी उसे दो फसला में निबंधन किया. इस वजह से सरकार को भारी राजस्व की क्षति हुई. जांच रिपोर्ट में यह उल्लेख किया गया है कि जमीन को दो फसला बताने से सरकार को 75 लाख 55 हजार 348 रू राजस्व की प्राप्ति हुई. जबकि आवासीय- व्यवसायिक भूमि के तहत निबंधन होता तो सरकार को 6 करोड़ 69 लाख 55 हजार 680 रू की प्राप्ति होती. ऐसे में जिला अवर निबंधक की लापरवाही से बिहार सरकार को 5 करोड़ 94 लाख 332 रू के राजस्व का नुकसान हुआ.
जिला अवर निबंधक से पूछा गया था शो-कॉज
मोतिहारी के अपर समाहर्ता शशि शेखर चौधरी ने 17 जून को जिला अवर निबंधक से शो-कॉज पूछा था। अपर समाहर्ता ने अपने पत्र में उल्लेख किया था कि तीन दिनों में बिंदूवार आरोपों के संबंध में जवाब दें. डीएम के आदेश पर जो शो-कॉज पूछा गया उसमें कहा गया कि जांच प्रतिवेदन के अवलोकन से प्रतीत होता है कि आपके द्वारा आवासीय- व्यवसायिक भूमि का निबंधन दो फसला के रूप में किया गया है. जिसके कारण सरकार को राजस्व की क्षति हुई है. राजस्व वसूली में आपके द्वारा बरती गई अनियमितता को सही मानते हुए क्यों नहीं आप के विरुद्ध कानूनी एवं विभागीय कार्यवाही किए जाने का प्रस्ताव निबंधक महा निरीक्षक को रिपोर्ट किया जाए? पत्र प्राप्ति के 3 दिनों के अंदर अपना जवाब दें. आरोपी मोतिहारी के तत्कालीन जिला अवर निबंधक ने जो जवाब सौंपा उसमें सारा ठीकरा अपने दफ्तर के कर्मचारियों पर फोड़ा है. इतने बड़े मामले में अवर निबंधक ने अपना पल्ला झाड़ सारा दोष कर्मचारियों का बता दिया है. अब मोतिहारी जिला प्रशासन ने जांच रिपोर्ट और अवर निबंधक के शो-कॉज का जवाब निबंधन विभाग को भेज दिया है. अब देखना दिलचस्प होगा कि ऐसे अधिकारियों पर कब कार्रवाई होती है.
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