न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना- बिहार/ अयोध्या- उत्तरप्रदेश :
मीडिया में हमेशा छाये रहनेचाले पूर्व पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय फिर से सुर्खियों में हैं। बतौर पुलिस निदेशक भाषण देने के लंबे अनुभव के बाद वे राजनीति में अपना किस्मत आजमाने चले गये। पर वहां अभी तक कुछ मिला नहीं। विधानसभा चुनाव में उनको बक्सर से टिकट मिलने की उम्मीद थी लेकिन उनका टिकट हवलदार से ही राजनेता परशुराम चतुर्वेदी ने भाजपा से हासिल कर लिया।
तमाम आश्वसनों के बाद भी जब वे पैदल हो गये जबकि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आश्वासन के बाद वीआरएस लिया था। बहरहाल इस पालिटकल हार के बाद गुप्तश्वर पांडेय ने एक बार फिर से कथावाचक बनने का निर्णय लिया है। कथावाचन में भी भाषण और अपने ज्ञान का बखान करने की अपार संभावनाओं को देखते हुये। उन्होंने पीतांबर धारण करना भी शुरू कर दिया है और अब राजनीति पर कोई टिप्पणी भी नहीं कर रहे हैं।
बहरहाल पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय नये अवतार में फब रहे हैं। नौकरी के दौरान एक बार बाबा बन प्रवचन देकर पब्लिसिटी का स्वाद चख चुके पांडेय बाबा पुनः पब्लिक को श्रीमद्भागवत कथा सुना रहे हैं। पीतांबर परिधान। गले में सफेद फूलों की मोटी माला। कांधे पर रंगीन पट्टा। और जुबान पर सतोगुण, तमोगुण, रजोगुण, ब्रह्म, वैराग्य, मोक्ष जैसी बातें। अपने इस नये अवतार के बारे में पूछने पर कहा- इन सब में रूचि तो पहले से थी ही। लोगों ने आग्रह किया, तो कर रहा हूं। और राजनीति … उन्होंने कहा अभी तो धर्म-कर्म कर रहा हूं।
इन दिनों पांडेय अयोध्या के हनुमान गढ़ी में दिख रहे हैं। उन्होंने बताया- लोकमंगल और अपने लिये ज्ञान, वैराग्य और भक्ति की भीख मांगने के लिये अयोध्या के हनुमान गढ़ी में अपने इष्टदेव श्री हनुमान जी के दरबार में हाजिरी लगाई। मेरे प्रभु सबको सुबुद्धि दो और सबका कल्याण करो।
उनका आठ दिनों का कथावाचन हुआ है। आगे भी यह होना है। कथावाचन करते हुये बोले- किसी के गुण-दोष पर विचार करने से चित्त अशुद्ध हो जाता है। सो, यह काम मत करो। राम ही धर्म है। कृष्ण ही धर्म है।