न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
★लोजपा में टूट के बाद राजनीतिक समीकरण बदलने की उम्मीद जताई जा रही है. अगर चाचा NDA के साथ जुड़ जाएंगे, तो चिराग किस तरफ जाएंगे, इसको लेकर अटकलें तेज हो गयी हैं.★
लोजपा में टूट के बाद राजनीतिक समीकरण बदलने की उम्मीद जताई जा रही है. अगर चाचा NDA के साथ जुड़ जाएंगे, तो चिराग किस तरफ जाएंगे, इसको लेकर अटकलें तेज हो गयी हैं. आरजेडी ने चिराग को साथ आने ऑफर दे दिया है, लेकिन कांग्रेस अभी भी चिराग पासवान को लेकर असंमजस में है.
ऐसे में लोजपा में चिराग पासवान का रुख क्या होगा, इस पर सभी की निगाहें टिकी हैं. चिराग मोदी के हनुमान बने रहेंगे या महागठबंधन का साथ निभाएंगे. इस पर सस्पेंस बरकरार है. RJD ने चिराग पासवान को अपने साथ आने को कहा है, लेकिन कांग्रेस चिराग को लेकर कन्फ्यूज नजर आ रही है. इसके पीछे चिराग पासवान पर रामविलास पासवान वाली ईमेज का डर है.
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष समीर सिंह ने कहा है कि अगर कोई बार-बार दलबदल की नीति से अलग होकर आएंगे, तो हम उनका स्वागत करेंगे. चिराग के पिता रामविलास सोनिया गांधी के साथ काम कर चुके हैं. अगर साफ मन से चिराग राहुल गांधी की मदद करने आएंगे, तब बिहार कांग्रेस में किसी को कोई आपत्ति नही होगी.
दरअसल, रामविलास पासवान को ‘मौसम वैज्ञानिक’ माना जाता था. रामविलास की राजनीति उसी गठबंधन के साथ चलती थी, जिस गठबंधन की केंद्र में सरकार होती थी. अब सवाल चिराग पासवान को लेकर है क्योंकि वो रामविलास के बेटे हैं. वहीं, बिहार विधानसभा चुनाव में मोदी के हनुमान बनकर घूमने वाले चिराग आज संकट में हैं. एलजेपी में टूट हो चुकी है और चिराग को बीजेपी का भी साथ नहीं मिल रहा.
जेडीयू पहले से चिराग से नाराज चल रही है. ऐसे में भले ही आरजेडी ने चिराग को साथ आने का ऑफर दे दिया हो, लेकिन बिहार कांग्रेस में चिराग के साथ को लेकर कन्फ्यूजन की स्थिती है. कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा कहते हैं कि चिराग को साथ लेने को लेकर अभी उनके पास कोई प्रस्ताव नहीं है. दिल्ली स्तर पर कोई बात हुई होगी तो वो कुछ नहीं कर सकते हैं. ये एलजेपी का अंदरुनी मामला है.