
न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
वही बनारस है, वही मां गंगा हैं, वही भगवान शिव हैं। एक बूढ़ी मां बेटे का शव लेकर बनारस की सड़कों पर घूमती रही। बेटे ने मां के कदमों में दम तोड़ दिया। जवान बेटे की जान बचाने के लिए अस्पताल और दवाई तो नहीं ही मिली, उसकी लाश ले जाने के लिए इस मां को एम्बुलेंस तक नसीब नहीं हुई। पूरा उत्तर प्रदेश त्राहिमाम कर रहा है। लोग अस्पताल, दवाई, एम्बुलेंस और ऑक्सीजन के बिना मर रहे हैं। गंगा मां रक्त के आंसू रो रही हैं। अब कोई बहुरुपिया दावा नहीं कर रहा कि गंगा मां उसे बुला रही हैं। गंगा मां और भगवान श्रीराम सब के सब इनके लिए चुनावी मोहरे हैं। न दया, न धरम, न शर्म, न लिहाज, न करुणा, न जिम्मेदारी… ये मात्र आदमखोरों का गिरोह है जिसे लाशों का अंबार नहीं दिखता, सिर्फ चुनावी जीत और विजय दिखती है। वे जनता को मार कर भी जनता को जीतने और देश पर कब्जा करने के अलावा कुछ नहीं सोच सकते।
धिक्कार है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार ने मंगलवार को वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान किया है। इससे पहले योगी सरकार ने एक दिन यानी कि रविवार को लॉकडाउन का ऐलान किया था लेकिन मंगलवार को इसमें शनिवार को भी शामिल कर लिया गया है। अब पूरे प्रदेश में शनिवार और रविवार को बंदी रहेगी।
बता दें कि सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार को आदेश दिया था कि वह 26 अप्रैल तक प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन लागू करे। हालांकि, राज्य सरकार ने कोर्ट के निर्देश के मुताबिक लॉकडाउन लगाने से इनकार कर दिया। राज्य सरकार ने कहा कि उन्होंने कोरोना की रोकथाम के लिए सख्ती लगाई है। वे और भी ज्यादा सख्ती पर विचार कर रहे हैं लेकिन प्रदेश के लोगों की अजीविका को बचाने के मद्देनजर प्रदेश में पूर्ण लॉकडाउन नहीं लगाएंगे। इस द्वंद्व के बाद मंगलवार को यूपी सरकार ने राज्य में वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान किया है। इसके तहत आवश्यक सेवाओं को छोड़कर प्रदेश में शनिवार और रविवार को सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
बिहार में पॉजिटिव आने पर गश्त से गिरी युवती को किसी ने हाथ ना लगाया
पटना के खगौल पीएचसी में सैदपुरा की लड़की कोविड टेस्ट कराने पहुंची थी। टेस्ट से पहले ही उसकी हालत इतनी खराब थी कि वह खड़े-खड़े ही बेहोश होकर गिर रही थी। टेस्ट से पहले लड़की दो बार गश्त खाकर गिरी। तब वहां मौजूद लोगों ने उसे उठाया और पानी वगैरह पिलाया। लेकिन जैसे ही रैपिड टेस्ट में वह लड़की कोरोना पॉजिटिव पाई गई तो वह तीसरी बार गश्त खाकर गिर गई।
बिहार में कोरोना की दूसरी लहर जारी है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में कोरोना संक्रमण के 7,487 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव (सक्रिय) मरीजों की संख्या 50 हजार के करीब पहुंच गई है। पटना में पिछले 24 घंटे के दौरान 2,672 संक्रमित पाए गए हैं। इस दौरान राज्य में 41 संक्रमितों की मौत हुई है। संक्रमण के इतने ज्यादा मामले आने से राज्य में लोगों के बीच डर का माहौल बना हुआ है।
खासकर जब किसी संक्रमित के बारे में पता चलता है तो लोग चाहकर भी उनकी मदद नहीं कर पा रहे हैं। पटना के खगौल इलाके में स्थित PHC में एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो मानवता के स्वभाव के विपरीत है, बल्कि बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था के इंतजाम की भी पोल खोलती है।
पीएचसी में सैदपुरा की लड़की कोविड टेस्ट कराने पहुंची थी। टेस्ट से पहले ही उसकी हालत इतनी खराब थी कि वह खड़े-खड़े ही बेहोश होकर गिर रही थी। टेस्ट से पहले लड़की दो बार गश्त खाकर गिरी। तब वहां मौजूद लोगों ने उसे उठाया और पानी वगैरह पिलाया। लेकिन जैसे ही रैपिड टेस्ट में वह लड़की कोरोना पॉजिटिव पाई गई तो वह तीसरी बार गश्त खाकर गिर गई। इसके बाद अस्पताल के किसी कर्मचारी या वहां मौजूद किसी ने भी उसे हाथ नहीं लगाया।