न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
क्या नीतीश कुमार फिर से पाला बदलने वाले हैं. क्या नीतीश कुमार एक बार फिर भाजपा का साथ छोड़कर महागठबंधन अर्थात राजद के साथ सरकार बनाने पर विचार कर रहे हैं. आप सोच रहे होंगे कि कोरोना के बीच जब नीतीश कुमार लाकडाउन पर सर्वदलीय बैठक कर रहे हैं तो फिर यह चर्चा क्यों. जवाब हम देते हैं राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी की एक तस्वीर ने बिहार की राजनीति में भूचाल सा ला दिया है. बताया जाता है कि यह तस्वीर खुद शिवानंद तिवारी ने अपने फेसबुक एकाउंट पर डाली है.
राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने एक तस्वीर साझा की है, जिसके बाद राज्य में राजनीतिक सुगबुगाहट बढ़ गई है. दरअसल, आज उन्होंने फेसबुक पर बिहार के मुखिया नीतीश कुमार के साथ अपनी एक फोटो लगाई है उस तस्वीर में सीएम नीतीश कुमार के अलावा कांग्रेस के नेता रामजतन सिन्हा, पूर्व मंत्री मिथिलेश सिंह और राजद के नेता श्याम रजक भी मौजूद हैं. हालाकिं, तस्वीर पुरानी है लेकिन शिवानंद तिवारी के इस पोस्ट से राजनैतिक भूचाल के साथ सियासी ग्लयारें में चर्चे काफी तेज हो गई हैं.
कयास लगाए जा रहे हैं कि रालोसपा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाह का जदयू में विलय के बाद क्या राजद के वरिष्ठ नेता भी नीतीश कुमार का दामन थामने वाले हैं. पोस्ट की गई तस्वीर में शिवानंद ने सभी मौजूद नेताओं का परिचय देते हुए बताया है कि यह तस्वीर पूर्व मंत्री मिथिलेश सिंह के घर पर ली गई है. तस्वीर में दिख रहा है कि शिवानंद कुछ बोल रहे हैं और मुख्यमंत्री सहित सभी लोग उनकी बात को गौर से सुन रहे हैं. इसको लेकर फेसबुक पर कमेंट सेक्शन में काफी प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं. कोई पूछ रहा है कि क्या कोई सियासी खिचड़ी पक रही है तो कोई कह रहा है कि पुराने दिन लौटकर नहीं आते.
गौरतलब हो की एक टाइम पर शिवानंद तिवारी नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते थे. साल 2010 में उन्होंने राजद का हाथ छोड़ जदयू का दामन थामा था. लेकिन जब वो एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, उस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी कर दी थी, जिसके बाद उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया और 2014 में एक बार फिर शिवानंद ने राजद में विलय किया. आपको हम बता दें, राजद के पूर्व राष्ट्रय अध्यक्ष शिवानंद तिवारी लालू यादव के भी बेहद करीबी हुआ करते थे. अब ये तो आने वाला वक्त में ही पता चलेगा, कि बिहार के सियासत में क्या कुछ होता है.