
न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
कोरोना की दूसर लहर ने अब तक का सारा रिकार्ड तोड़ दिया है। स्थिति बद से बदतर हो चुका है। केजरीवाल सरकार भले लाख दावा करती रहे लेकिन सच यहीं है कि मेडिकल सुविधा के अभाव में लोग बीच सड़क पर बेमौत मर रहे हैं। कहीं पर आक्सिजन का अभाव है तो कहीं पर डाक्टर की घोर लापरवाही। इस बीच न्यूज एजेंसी रायटर्स ने दिल्ली स्थित लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (LNJP) की एक तस्वीर अपने ट्विटर पर अपलोड किया है। इसमें दिखाया गया है कि किस तरह एक ही बेड पर एक साथ दो मरीजों को आक्सीजन चढ़ाया जा रहा है।
दिल्ली में कोरोना संक्रमण की डरावनी रफ्तार को देखते हुए केजरीवाल सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में वीकेंड कर्फ्यू का फैसला किया है. एक दिन पहले दिल्ली में बुधवार को 17 हजार से ज्यादा कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए थे. हालांकि, इससे पहले दिल्ली सरकार की तरफ से नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया था. लेकिन कोरोना संक्रमण के आ रहे नए मामलों में उससे कोई फर्क देखने को नहीं मिला. इसके साथ ही, लगातार राजधानी में कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए केजरीवाल सरकार की तरफ से यह फैसला किया गया है.
डाॅक्टरों का कहना है कि संक्रमण की दर बहुत तेजी से बढ़ रही है, अगर अस्पतालों पर ऐसे ही बोझ बढ़ता गया तो स्थिति भयावह हो जायेगी. इसलिए यह जरूरी है कि कोरोना के चेन को तोड़ा जाये. इसका एकमात्र उपाय है लाॅकडाउन. हालांकि देश की अर्थव्यवस्था के मद्देनजर लाॅकडाउन को सही नहीं ठहराया जा सकता है. देश में वैक्सीन 11 करोड़ से ज्यादा लोगों को लग चुका है, बावजूद इसके संक्रमण दर घटने का नाम ही नहीं ले रहा है.