
न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
पिछले एक सप्ताह से राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित हाे चुके मधुबनी जिले के बेनीपट्टी प्रखंड मुख्यालय से सटे महम्मदपुर नरसंहार (पांच लाेगाें की हत्या) न ताे जातिगत संघर्ष का परिणाम है न ही वर्चस्व की लड़ाई। इसकी बुनियाद 28 साल पहले 9 दिसंबर 1993 काे ही पड़ चुकी थी। तब, महंत रूद्र नारायण दास के पिता महंत चंदेश्वर दास समेत चार लाेगाें (गाेपाली सिंह, रामप्रीत सिंह तथा भाेला ठाकुर) की हत्या हुई थी। बीच के वर्षाें में माैसम की तरह दाेनाें ही पक्षाें में सर्द-गर्म का दाैर बरकरार रहा।
बीती हाेली के दिन महंत रूद्र नारायण दास से खाने-पीने के मूल्य चुकता करने के मामूली विवाद ने एक बार फिर इस मिट्टी काे खून से लाल कर दिया। उस जगह से महज 50 मीटर की दूरी पर 29 मार्च (हाेली के दिन) 2021 काे हुई खूनी खेल में महंत रूद्र नारायण दास समेत पांच लाेगाें की नृशंस हत्या कर दी गई। साेशल मीडिया ने भले ही इसे जातीय संघर्ष का रूप दे दिया हाे पर सच यह है कि दाेनाें पक्षाें की अाेर से हर जात के लाेग एक-दूसरे के खिलाफ तलवार खींचे खड़े हैं।
आरोपियों के घरों में उपद्रवी तत्वों ने की आगजनी, बम फेंके
मधुबनी कांड में कल की घटना ने रातों रात बेनीपट्टी सहित आसपास के क्षेत्र का माहौल बदल दिया है. कल तक जो लोग मृतक परिवार के शोक प्रकट कर रहे थे और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाए जाने की वकालत कर रहे थे वही लोग आज करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई गुंडागिरी पर आक्रोश व्यक्त कर रहे थे. इन लोगों का साफ कहना था कि किसी एक आदमी की गलती की सजा पूरे गांव वाले को कतई नहीं दी जा सकती है.
महम्मदपुर नरसंहार के मुख्य आरोपी गैबीपुर गांव के प्रवीण झा व पौआम गांव के भोला सिंह के घर में शुक्रवार की शाम अज्ञात उपद्रवी तत्वों ने आगजनी की। बताया जाता है कि उपद्रवी तत्व स्कॉर्पियो से गैबीपुर गांव पहुंचे। इसके बाद मुख्य आरोपी प्रवीण झा और उनके घर के आसपास के घर की ओर झोला से निकालकर बम फेंके गए। इससे प्रवीण झा के घर के अगले हिस्से में आग लग गई।
इस घटना से आक्रोशित गैबीपुर गांव के लोगों ने कुछ देर के लिए उपद्रवी तत्वों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर बेनीपट्टी-उमगांव पथ को जाम कर दिया। इसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित लोगों को दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन देकर जाम समाप्त कराया। वहीं, पौआम गांव के आरोपी भोला सिंह के घर पर भी उपद्रवी तत्वों ने आगजनी की। अग्निशामक वाहन ने आग पर काबू पाया गया।