
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना- बिहार/ मुम्बई- महाराष्ट्र :
कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए प्रदेश में सरकार की ओर से नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है. इसके तहत मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह के आदेश पर सचिवालय में आम आने के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. इसके साथ ही बाहरी व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है.
मुख्य द्वार पर हो रही जांच
सचिवालय के हर मुख्य द्वार पर सेनेटाइजर और थर्मल स्क्रीनिंग के जरीए शरीर का तापमान नापा जा रहा है. मुख्य सचिव के निर्देश के बाद ऐसे आम शिकायतकर्ता जो अपनी परेशानी को लेकर सचिवालय में बैठने वाले बड़े अधिकारी या मंत्री से मुलाकात करते थे, उस पर रोक लगाई है. उन्हें विशेष पास या अधिकारी या मंत्री के अनुमति के बाद ही प्रवेश दिया जा रहा है.
महाराष्ट्र से बिहार आने वाले प्रवासी मजदूरों की होगी कोरोना जांच
देश भर में कोरोना के बढ़ते मामले को लेकर प्रवासी मजदूरों की घर वापसी की संभावना को लेकर राज्य सरकार ने तैयारी शुरू कर दी है. कोरोना के सबसे अधिक मामलों वाले राज्य महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनों के सभी यात्रियों की कोरोना जांच करने के निर्देश दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रखंडों में भी क्वारंटीन सेंटर तैयार करने को कहा है. बिहार के लोग देश के करीब सभी हिस्सों में रहते हैं. सालभर पहले कोरोना महामारी के कारण झेली परेशानियों को वे अभी तक भूले नहीं हैं. कहा जा रहा है कि राज्यों में कोरोना के बढते मामलों को देख ये सभी एकबार फिर अपने घर लौटेंगे.
सूत्रों के मुताबिक, कई राज्यों में तो उनके नियोक्ताओं ने ही उन्हें अपने घर लौट जाने को कह भी दिया है. ऐसी स्थिति में बिहार सरकार ने भी स्थिति को भांप तैयारी शुरू कर दी है. महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. कई राज्यों में रात्रि कर्फ्यू लगा दिए गए हैं. ऐसे में तय है कि उन राज्यों से बिहार के लोग वापस अपने राज्य लौटेंगे.