न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना- मोतिहारी/ बिहार :
सामाजिक एवं किशोरहित में फैसले देने के लिए मशहूर जज मानवेंद्र मिश्रा ने एक बार फिर से मानवीय गुणों को प्राथमिकता देते हुए फैसला सुनाया है। किशोर ने इंटर साइंस में प्रथम श्रेणी से पास होने का अंकपत्र कोर्ट में पेश किया। इसके बाद किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी मानवेंद्रमिश्र ने बच्चे एवं उसके मां-बाप की काउंसिलिंग करते हुए मुकदमे से रिहा कर दिया।
आरोपित किशोर नालंदा थाना क्षेत्र के एक गांव का रहने वाला है। उसके विरुद्ध वर्ष 209 में अपने वयस्क परिजनों के साथमिलकर मारपीट करने व छेड़छाड़ करने का आरोप था। आरोपित किशोरशनिवार को इंटरसाइंस का रिजल्ट आने के बाद अंक पत्र के साथ कोर्टमें उपस्थित हुआ। उन्होंने इंटर साइंस में 69 फीसदी अंक से परीक्षा पास की है। जज ने किशोर से आगे की पढ़ाई के बारे में पूछताछ की। साथ ही उसके माता-पिता से भी बच्चे के भविष्य को लेकर जानकारी ली। किशोर व उसके माता-पिताने बतायाकि किशोर मेघावी है। वह आगे इंजीनियरिंग की पढ़ाई करना चाहता है।
इसके लिए वह बिहार से बाहरजाना चाहता है। ऐसी स्थिति में कोर्ट में अगरमुकदमा चलता है, तो उसे पढ़ाई छोड़कर न्यायालय आना पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि किशोर का एक स्वभाव होता है कि जहां कहीं भी वह अपने परिवार के लोगों को लड़ाईझगड़ा में होते देखता है। तो, वह अपने माता- पिता या परिवार के बचाव में स्वतः आ जाता है।