न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
कोरोना महामारी के कारण बिहार विधान परिषद की खाली हो रही 17 सीटों के लिए अगले महीने जून में चुनाव कराये जाने के आसार हैं. चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र की विधान परिषद की चुनाव के लिए जो अधिसूचना जारी की है उसके मुताबिक 21 मई को मतों की गिनती के बाद बिहार समेत दूसरे प्रदेशों के चुनाव का रिव्यू होगा. इसमें चुनाव के बारे में निर्णय लिया जायेगा.
बता दें कि आगामी बुधवार को बिहार विधानसभा कोटे की नौ, शिक्षक निर्वाचन कोटे की चार सीटों और स्नातक कोटे की चार सीटों पर निर्वाचित कुल 17 मौजूदा विधान पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हो जायेगा. कुल 75 सदस्यीय विधान परिषद में इस माह 29 सीटें खाली हो जायेंगी.
बिहार विधान परिषद की छह मई, 2020 में रिक्त होनेवाली सीटों में विधानसभा कोटे से निर्वाचित भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी और विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारूण रसीद की सीटें भी शामिल हैं. इनके अलावा विधानसभा के माध्यम से निर्वाचित होनेवाले वैसे सदस्य, जिनका कार्यकाल मई, 2020 में पूरा हो रहा है, उसमें कृष्ण कुमार सिंह, संजय प्रकाश, राधा मोहन शर्मा, प्रशांत कुमार शाही (पीके शाही), सतीश कुमार, सोनेलाल मेहता और हीरा प्रसाद बिंद की सीट शामिल हैं.
स्नातक व शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र की आठ सीटों पर निर्वाचन
विधान परिषद की आठ सीटों का कार्यकाल भी मई, 2020 में पूरा हो रहा है. इनमें चार निर्वाचन शिक्षक निर्वाचन और चार स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों से निर्वाचित सदस्य शामिल हैं. स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों में पटना स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार, तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से देवेश चंद्र ठाकुर, दरभंगा स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से दिलीप कुमार चौधरी व कोसी स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से डा एनके यादव की सीटें शामिल हैं. इसी तरह से शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में पटना शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से प्रो नवल किशोर यादव, तिरहुत शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से संजय कुमार सिंह, सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से केदार नाथ पांडेय और दरभंगा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से मदन मोहन झा का कार्यकाल पूरा हो रहा है.