
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मुम्बई/ महाराष्ट्र :
कंगना रनोट मुंबई पहुंच गई हैं। वह अपनी Y-कैटिगरी की सुरक्षा के साथ मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंची हैं। एयरपोर्ट पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। एयरपोर्ट पर बड़ी संख्या में लोग उनका समर्थन करने पहुंचे हैं। वहीं, दूसरी ओर शिवसेना कार्यकर्ता भी वहां विरोध प्रदर्शन के लिए मौजूद हैं। अभिनेत्री कंगना रनोट के मुंबई पहुंचने से पहले बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) बांद्रा वेस्ट के पाली हिल रोड पर स्थित कंगना रनोट के दफ्तर के अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। बीएमसी की टीम जेसीबी और मजदूरों के साथ कंगना के दफ्तर पहुंची और अवैध निर्माण को तोड़ा गया। इस बीच कंगना ने बीएमसी की टीम को बाबर की सेना कहा है। बीएमसी अफसरों का कहना है कि कंगना के दफ्तर के अंदर कई अवैध निर्माण किए गए हैं और इसलिए कार्रवाई की गई। इस मामले में बॉम्बे हाई कोर्ट पहुंची कंगना को राहत मिली है। कोर्ट ने तोड़फोड़ पर रोक लागा दी है। उधर एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा मुहैया कराई गई गाड़ी के साथ दूसरे गेट से निकल कर कंगना घर पहुंची।
बता दें कि दोपहर 12.30 पर चंडीगढ़ से फ्लाइट से कंगना मुंबई रवाना हुईं। कंगना के साथ बहन रंगोली चंदेल, निजी सहायक और सुरक्षाकर्मी उनके साथ हैं। वाई श्रेणी की सुरक्षा मिलने के बाद सीआरपीएफ दस्ते ने मंगलवार देर रात मनाली पहुंचकर उनकी सुरक्षा का जिम्मा संभाल लिया है।
गौरतलब है कि बीते दिनों ही बीएमसी टीम ने कंगना रनोट के दफ्तर का मुआयना किया था और पाया था कि ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर कई अवैध निर्माण किया गया है। यह दफ्तर कंगना रनोट के स्वामित्व वाली मणिकर्णिका प्रोडक्शंस का है। इसका मतलब है कि कंगना रनौत के मुंबई पहुंचने से पहले उनके दफ्तर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
तोड़फोड़ के खिलाफ हाईकोर्ट में याचिका
बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) की इस कार्रवाई के खिलाफ कंगना ने बॉम्बे हाई कोर्ट में अर्जी दायर की है।कंगना की ओर से रिजवान सिद्दीकी ने अर्जी दाखिल की, जिस पर जस्टिस एस कथावाला सुनवाई कर रहे हैं।
स्त्री सम्मान और अस्मिता के लिए अपना खून भी दे सकती हूं: कंगना
बीएमसी की कार्रवाई का अंदेशा कंगना रनोट को पहले से है। इस वजह से कंगना ने आज सुबह ही ट्वीट करके कहा कि मेरे आने से पहले ही महाराष्ट्र सरकार और उनके गुंडे मेरे ऑफिस के बाहर पहुंच गए हैं और उसे गिराने की तैयारी कर रहे हैं। मैं वादा करती हूं कि महाराष्ट्र के सम्मान के लिए खून देने के लिए तैयार हूं। ये कुछ नहीं है, चाहे तो सबकुछ छीन सकते हो लेकिन मेरी भावनाएं लगातर ऊंची होती जाएंगी। एक अन्य ट्वीट में उन्होंनेकहाकि मणिकर्णिका फ़िल्म्ज़ में पहली फिल्म अयोध्या की घोषणा हुई, यह मेरे लिए एक इमारत नहीं राम मंदिर ही है, आज वहां बाबर आया है, आज इतिहास फिर खुद को दोहराएगा राम मंदिर फिर टूटेगा मगर याद रख बाबर यह मंदिर फिर बनेगा यह मंदिर फिर बनेगा। जय श्री राम, जय श्री राम, जय श्री राम।
कंगना ने मंदिर में की पूजा
चंडीगढ़ जाते समय रास्ते में अभिनेत्री कंगना रनोट ने हमीरपुर जिले के कोठी इलाके में एक मंदिर में पूजा-अर्चना की। वह मंडी जिले से चंडीगढ़ मार्ग पर है।
रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूंगी- कंगना रनोट
बुधवार को कंगना ने ट्वीट कर लिखा कि रानी लक्ष्मीबाई के साहस, शौर्य और बलिदान को मैंने फिल्म के जरिए जिया है। दुख की बात यह है मुझे मेरे ही महाराष्ट्र में आने से रोका जा रहा है। मैं रानी लक्ष्मीबाई के पद चिन्हों पर चलूंगी ना डरूंगी, ना झुकूंगी। गलत के खिलाफ मुखर होकर आवाज उठाती रहूंगी, जय महाराष्ट्र, जय शिवाजी। साथ एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मैं बारह साल की उम्र में हिमांचल छोड़ चंडीगढ़ हॉस्टल गयी फिर दिल्ली में रही और सोलह साल की थी जब मुंबई आई। कुछ दोस्तों ने कहा मुंबई में वही रहता है जिसे मुम्बादेवी चाहती है,हम सब मुम्बादेवी देवी के दर्शन करने गए, सब दोस्त वापिस चले गए और मुम्बादेवी ने मुझे अपने पास ही रख लिया।
                        