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ई. युवराज, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★उसने व्हाट्सएप के जरिए नीतीश कुमार को जान से मारने की धमकी दी थी। उसे सूरत के लस्करा से अरेस्ट किया गया है। युवक ने गूगल से मुख्यमंत्री के ऑफिस का नंबर सर्च कर के ये धमकी दी थी। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगभग 600 लोग रहते हैं। SSG यानी स्पेशल सिक्यूरिटी ग्रुप इसके लिए होता है। इसकी अलग से ट्रेनिंग होती है। यह स्पेशल ब्रांच में आता है। तेज- तर्रार युवा को ही इसमें रखा जाता है। डेढ़- दो महीने की ट्रेनिंग में सुरक्षा से जुड़ी हर बारिकियों की प्रैक्टिकल जानकारी दी जाती है। SSG में अभी ADG बच्चू सिंह मीना, SP हरिमोहन शुक्ला के अलावा तीन एडिशनल SP और DSP हैं।★
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले को मंगलवार को गुजरात के सूरत से अरेस्ट किया गया है। युवक का नाम अंकित मिश्रा है। उसने व्हाट्सएप के जरिए नीतीश कुमार को जान से मारने की धमकी दी थी। उसे सूरत के लस्करा से अरेस्ट किया गया है। युवक ने गूगल से मुख्यमंत्री के ऑफिस का नंबर सर्च कर के ये धमकी दी थी।
गुजरात क्राइम ब्रांच की मदद से बिहार पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। पटना के सचिवालय थाने की पुलिस सूरत में है। वो आज आरोपी को लेकर पटना आएगी। यहां उससे आगे की पूछताछ की जाएगी।
युवक ने नीतीश कुमार को धमकी क्यों दी। वो कहां का रहने वाला है। इसे लेकर अभी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है।
धमकी देने के 72 घंटे में गिरफ्तारी
सूरत क्राइम ब्रांच के अधिकारी ललित वागड़िया ने बताया कि अंकित मिश्रा ने 20 मार्च को बिहार के मुख्यमंत्री को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। इसके बाद पटना के सचिवालय थाने ने हमसे मदद मांगी थी। टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर हमने आरोपी की लोकेशन ट्रेस की और बिहार पुलिस को इसकी जानकारी दी।
इसके बाद बिहार पुलिस यहां आई। हमने आरोपी अंकित को पटना पुलिस को सौंप दिया है। वो अब आगे की कार्रवाई करेगी। हमारी पूछताछ में ये बात भी सामने आई है कि आरोपी ने बिहार के मुख्यमंत्री का नंबर गूगल से सर्च कर निकाला था। उसके मोबाइल से और भी कई नंबर मिले हैं। हमने केस की सारी जानकारी पटना पुलिस से शेयर की है।
मोबाइल लोकेशन से पुलिस ने किया ट्रेस
कुछ दिन पहले आरोपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऑफिस का नंबर गूगल से सर्च किया था। बिहार पुलिस ने टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर मामला दर्ज किया। और मैसेज करने वाले की पहचान अंकित मिश्रा के रूप में की। उसके मोबाइल का लोकेशन सूरत में मिला। इसके बाद बिहार पुलिस ने सूरत पुलिस को सूचना दी।
पूछताछ में कबूल की मैसेज की बात
गुजरात क्राइम ब्रांच को इसकी सूचना देते हुए टेक्निकल सर्विलांस के आधार पर अंकित मिश्रा को लस्काना से गिरफ्तार किया। इसके बाद आरोपी को बिहार पुलिस को सौंप दिया। आरोपी सूरत में मजदूरी करता है।
पूछताछ में उसने रैंडम मैसेज करने की बात कबूल की है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि वह किसी राजनीतिक दल से जुड़ा तो नहीं है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुरक्षा घेरा को चीरते हुए एक युवक ने उन्हें मुक्का मार दिया। हर कोई आश्चर्य में है कि यह कैसे हो गया। बता दें कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगाए गए जवानों को 40 प्रतिशत वेतन ज्यादा इसलिए दिया जाता है कि वे सुरक्षा में किसी भी सेंधमारी की कोशिश को नाकाम करें। किसी भी तरह का रिस्क लेने को तैयार रहें। चौकस रहें, लेकिन रविवार को इसमें बड़ी चूक दिखी। सुरक्षा घेरा ध्वस्त हो गया।
मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगभग 600 लोग रहते हैं।
SSG यानी स्पेशल सिक्यूरिटी ग्रुप इसके लिए होता है। इसकी अलग से ट्रेनिंग होती है। यह स्पेशल ब्रांच में आता है। तेज- तर्रार युवा को ही इसमें रखा जाता है। डेढ़- दो महीने की ट्रेनिंग में सुरक्षा से जुड़ी हर बारिकियों की प्रैक्टिकल जानकारी दी जाती है। SSG में अभी ADG बच्चू सिंह मीना, SP हरिमोहन शुक्ला के अलावा तीन एडिशनल SP और DSP हैं।