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आशीष राज, स्थानीय संपादक, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
★मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम कोविड की जांच (परीक्षण) कर रहे हैं और टीकाकरण कर रहे हैं। प्रतिदिन लगभग 45,000- 50,000 टेस्ट किए जा रहे हैं। बिहार अलर्ट पर है, मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है। केंद्र भी सतर्क है। हमें बाहर से आने वालों को लेकर सावधानी बरतनी होगी। वहीं उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त दवाएं और ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की गई है।★
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को कहा कि चीन और कुछ अन्य देशों में कोविड-19 के मामले बढ़ने के मद्देनजर प्रदेश में रोज कोरोनोवायरस संक्रमण की 45,000- 50,000 जांच कराई जा रही हैं। बता दें कि उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने गुरुवार को स्वास्थ्य अधिकारियों, सिविल सर्जनों और मेडिकल कॉलेजों के निदेशकों के साथ राज्य में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की थी।
रविवार को मीडियाकर्मियों से बात करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम कोविड की जांच (परीक्षण) कर रहे हैं और टीकाकरण कर रहे हैं। प्रतिदिन लगभग 45,000-50,000 टेस्ट किए जा रहे हैं। बिहार अलर्ट पर है, मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है। केंद्र भी सतर्क है। हमें बाहर से आने वालों को लेकर सावधानी बरतनी होगी।
उधर, गुरुवार को डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में जोर देकर कहा था कि बिहार सरकार कोविड-19 के मामले बढ़ने पर स्थिति को संभालने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा था कि अस्पताल पूरी तरह से तैयार हैं और कोविड-19 की जांच और टीकाकरण तेजी से चल रहा है। उपमुख्यमंत्री ने ये भी कहा था कि चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त दवाएं और ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति की गई है। लोगों को कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए मास्क पहनना और उचित दूरी बनाए रखने जैसे एहतियाती उपाय भी करने चाहिए। राज्य में एक प्रमुख चिकित्सा प्रतिष्ठान माने जाने वाले इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना के उप निदेशक डा. मनीष मंडल ने बताया था कि अस्पताल में कम से कम 500 रोगियों को रखकर इलाज करने की क्षमता है।
बता दें कि चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और संयुक्त राज्य अमेरिका में कोविड-19 के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है। इस उछाल के लिए कोविड-19 के नए ओमिक्रॉन सब वैरिएंट बीएफ.7 को जिम्मेदार बताया गया है। इस वैरिएंट से संक्रमण के मामले भारत में भी मिले हैं।
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को किया अलर्ट
इससे पहले शनिवार को कोरोना की आहट की आ रही खबरों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री आवास स्थित संकल्प कक्ष में एक उच्चस्तरीय बैठक की थी। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट रहने को कहा। यह निर्देश दिया कि बाहर से आने वालों की रैंडम जांच कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना को लेकर राज्य सरकार आरंभ से ही गंभीर और संवेदनशील रही है।
राज्य में एक भी एक्टिव केस नहीं : नीतीश
उन्होंने कहा था कि राज्य में आज की तारीख तक कोरोना का एक भी एक्टिव केस नहीं है। घबड़ाने की जरूरत नहीं है। लोग सचेत और सजग रहें। कोरोना के कमजोर होने के दौरान भी हमलोगों ने कभी शिथिलता नहीं बरती। बिहार में लगातार कोरोना जांच और टीकाकरण कराते रहे हैं। पूरे देश में 10 लाख की आबादी पर 6.59 लाख जांच हुआ है जबकि बिहार मे यह आंकड़ा 8.20 लाख का है।
आज पूरे देश में कोरोना की जितनी जांच की जाती है, उसमे लगभग 50 फीसदी अकेले बिहार में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के नए वैरिएंट को देखते हुए कोरोना के फिर से आने की आशंका जतायी जा रही है। पर घबड़ाने की जरूरत नहीं है। बिहार में अब तक 15.71 करोड़ टीकाकरण कराया जा चुका है। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार इस मामले में कितनी संवेदनशील है।
रैंडम जांच और टीकाकरण बढ़ाने के दिए थे निर्देश
मुख्यमंत्री ने बैठक में मौजूद अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि बाहर से आने वालों की रैंडम जांच शुरू करें। कोरोना जांच व टीकाकरण की संख्या भी बढ़ाएं। आक्सीजन प्लांट पूरी तरह से फंक्शनल रखें। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने इस मौके पर कोरोना की अद्यतन स्थिति की जानकारी दी। टीकाकरण के बारे में भी बताया। इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, सचिव अनुपम कुमार व स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारी मौजूद थे।
कुछ देशों से आने वालों को कराना होगा कोविड टेस्ट
कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। चीन समेत कुछ देशों से आने वालों को कोविड टेस्ट कराना होगा। चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, हांगकांग और थाइलैंड के यात्रियों के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य किया गया है। इन देशों के यात्रियों को स्वास्थ्य के बारे में जानकारी देनी होगी, साथ ही एयर सुविधा फार्म भी भरना होगा।
स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने शनिवार को कहा था कि इन देशों के किसी यात्री में कोविड लक्षण दिखने पर क्वारंटाइन किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी गुरुवार को देश में कोरोना से निपटने को लेकर तैयारियों और स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की थी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने विशेष रूप से अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों पर जांच और निगरानी के उपायों को मजबूत करने पर जोर दिया था।