न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
आपको चार दिन पहले का वह ड्रामा याद है। अरे भाई वहीं आईएएस सुधीर कुमार वाला जिसमें उन्होंने सीएम नीतीश कुमार, मनु महाराज सहित कई अधिकारियों पर केस दर्ज करने के लिए आवेदन दिया था। पहले तो आवेदन देखते ही प्रशासनिक विभाग में हड़कंप मच गया। फिर दिन भर एफआईआर दर्ज नहीं कर कहा गया कि आवेदन अंग्रेजी में है इसलिए एफआईआर नहीं कर सकता। अब इस मामले ने राजनीतिक रंग ले लिया है।
आईएएस सुधीर कुमार के समर्थन में उतरे मांझी, कहा- केस तो दर्ज होना ही चाहिए
हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा(से.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार के समर्थन में उतर आए हैं। आईएएस अधिकारी सुधीर कुमार के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज नहीं होने को मांझी ने चिंता का विषय बताया है। मांझी ने मंगलवार को कहा कि किसी भी आदमी को अगर दिक्कत होती है तो उनका एफआईआर थाने को लेने की जरूरत है।
थाना के शरण में जो जाते हैं, चाहे वह दलित हो या कोई और उनका एफआईआर तो होना ही चाहिए। जांच में क्या होगा नहीं होगा यह अलग बात है। एफआईआर नहीं होना चिंता का विषय है। इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम आने के सवाल पर मांझी ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। मांझी जब मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने सुधीर को गृह सचिव की जिम्मेवारी सौंपी थी।