
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : शिवहर- मुज़फ़्फ़रपुर/ बिहार :
बिहार में शिवहर डीएम सज्जन राजशेखर के खिलाफ उनकी पत्नी ने मुजफ्फरपुर नगर थाना में मारपीट व दहेज के लिए प्रताड़ित करने का केस दर्ज कराया है. एफआईआर में उनकी पत्नी जीएसएस सितारा शारीरिक और मानसिक रुप से प्रताड़ित करने का आरोप गया है. शिकायत के बाद नगर थानेदार ने मामले की जांच के लिए सिकंदरपुर ओपी प्रभारी सब इंस्पेक्टर हरेंद्र कुमार को सौंपी है.
पत्नी ने लगाया कई संगीन आरोप
प्राथमिकी में डीएम की पत्नी ने बताया है कि उनके पति दहेज के लिए उनको प्रताड़ित व मारपीट करते हैं। इतना ही नहीं तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर उनके पति उन्हें पागल करने में लगे हैं। कहा कि एक मार्च को उनके साथ बर्बरता ढंग से मारपीट की गई।
एफआईआर में पत्नी ने आरोप लगाया है कि सज्जन अपने दोनों बच्चे अपने पास रखे है. पत्नी द्वारा बच्चों की मांग करने पर कई प्रकार की धमकी व प्रताड़ना करते है. उन्होंने बताया कि बीते छह माह से पीडिता मुजफ्फरपुर स्थित मजिस्ट्रेट कॉलोनी में रहने को विवश है. बीते दो दिन पहले बेटे का जन्मदिन था. इस मौके पर सज्जन बेटा व बेटी को साथ लेकर मजिस्ट्रट कॉलोनी पहुंचे, लेकिन पीड़िता के लाख गुहार के बाद वहां नहीं रुके. डीएम जबरन दोनों बच्चों को भी अपने साथ ले गए. एसएसपी जयंतकांत ने एफआईआर होने की पुष्टि की है.
प्राथमिकी में आरोप लगाया गया कि डीएम ने उनके छोटे बच्चे को अपने कब्जे में रखा है, जो कि नियम के विरुद्ध है। पति की प्रताड़ना व गुस्सैल रवैये के कारण वे उनके पास जाने से डरती हैं। मामले में करीब तीन माह पहले पति के बर्बरतापूर्ण व्यवहार को लेकर उन्होंने राज्य के वरीय पुलिस अधिकारियों को आवेदन देकर मामले से अवगत कराया था। मगर पद का दुरुपयोग कर उनके पति ने मामले को दबा दिया।
सास को धक्का देकर गिरा दिया
पत्नी का दावा है कि 15 जून को उनके एक साल के बेटे का जन्म दिन था। इसमें उनके पति शिवहर डीएम आए। उन्हें रुकने को कहा गया, मगर वे रुके नहीं। साथ ही तीन साल की बेटी को जबरन लेकर चले गए, जबकि बच्ची चिल्लाती रही। पीड़िता का कहना है कि उनकी मां ने बच्ची को रोकने की कोशिश की तो पति ने धक्का देकर उन्हें गिरा दिया गया। इसमें वे घायल हो गईं। इसकी तस्वीर भी पुलिस को दी गई है। पीड़िता ने कहा कि उनके पति पद का दुरुपयोग कर उन्हें फंसाने की धमकी देते हैं।
चैटिंग व तस्वीर को साक्ष्य के तौर पर रखा
पीड़िता का कहना है कि उनहोंने व्हाटसअप पर चैटिंग व तस्वीर को साक्ष्य के तौर पर रखा गया है। आगे कहा कि पति के प्रताड़ना के कारण वे कोर्ट में गुजारा भत्ता के लिए केस फाइल कर चुकी हैं। कहा कि बच्चों के अभिरक्षा के लिए अगले सप्ताह में हाईकोर्ट में याचिका दायर करेंगी। नगर डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि शिवहर डीएम के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। पीड़िता के बयान के साथ सभी बिंदुओं पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने बताया आरोपों को निराधार
शिवहर डीएम सज्जन राजशेखर ने कहा कि, उनके खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी झूठी है। वो पैसा चाहती है। लेकिन, साथ रहना नहीं चाहती है। पहले से कोर्ट में तलाक का मामला दर्ज है। 15 जून को अपने बेटे के पहले जन्मदिन पर मुजफ्फरपुर गया था। जहां उनके साथ मारपीट की गई। वहीं उन लोगों द्वारा दहेज का झूठा केस दर्ज करा दिया गया। मकसद पैसा लेना, परेशान और बदनाम करना है।
उन्होंने कहा, मैंने हमेशा से शांति कायम करने का प्रयास किया है. मुझे दहेज और उत्पीड़न के झूठे मामले में फंसाया जा रहा है. हमारे परिवार में सभी विवाद में मेरी पत्नी की मां और मेरी सास का हाथ है. गोपालगंज में रहने के दौरान भी मेरे साथ गलत व्यवहार किया गया था. जिसकी मैने पुलिस में शिकायत भी की थी, लेकिन बाद में अपनी कंप्लेंट वापस ले ली. मेरे बच्चों को साथ लगातार मारपीट हो रही थी, जिसके कारण में बच्चों को अपने साथ ले आया. डीएम ने कहा कि, वह शिवहर में काम करने आए है। काम कर रहे है। कानून पर पूरा विश्वास है।