न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मुजफ्फरपुर/ बिहार :
डॉक्टर अंबेडकर नगर एकडरी स्थिति छौड़ादानों में भारतीय दलित साहित्य अकादमी कैंप कार्यालय में राष्ट्र नायक भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम की 117 वी जयंती समारोह हर्षोल्लास पूर्वक मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता अकादमी के प्रांतीय अध्यक्ष श्री जागाराम शास्त्री ने की।
समारोह का विधिवत उद्घाटन शिव शंकर नवल किशोरी महाविद्यालय के प्राचार्य प्रदीप कुमार श्रीवास्तव ने किया। इन्होंने उद्घाटन भाषण में कहा कि बाबूजी देश के ही नहीं बल्कि विश्व के महान समाजवादी नेता थे। इन्हें जो भी विभाग दिया जाता था उसे सफलतापूर्वक निर्वाह किया करते थे। इन्हें श्रम, रेल, दूरसंचार, सिंचाई एवं कृषि मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य करना पड़ा। इन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष भी बनाया गया।
अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन में श्री शास्त्री ने कहा कि बाबूजी जीवन पर्यंत शोषित और दलितों पिछड़ों एवं कुचले आवाम के रहनुमा थे आर्थिक एवं सामाजिक आजादी के लिए जीवन पर्यंत लड़ते रहे।
समारोह में गगन देव प्रसाद यादव, बैजनाथ पासवान, नंदू पासवान, चंद्रशेखर कुमार, उर्मिला देवी, बृज किशोर कुमार, सुनील सिंह कुशवाहा, मोहम्मद मुख्तार, पूर्व क्षेत्रीय शाखा प्रबंधक गोपाल राय, डॉक्टर शंकर राम, मोहम्मद साबिर, डॉक्टर एम एस राही, कपिल देव सिंह, विनोद प्रसाद इत्यादि ने अपना अपना विचार व्यक्त करते हुए बाबूजी को कुशल प्रशासक एवं सच्चा राष्ट्रभक्त बताया।
मंच का संचालन अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष ताराचंद्र प्रसाद ने किया उन्होंने कहा कि बाबूजी के साथ सवर्णों ने इतना भेदभाव किया कि देश के वरीय नेता होते हुए भी प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया जो गंभीर चिंता का विषय है।
समारोह का धन्यवाद ज्ञापन अकादमी के प्रांतीय सचिव मनोज कुमार अकेला ने किया। उन्होंने कहा कि उन्हीं के नाम पर हमें 1977 में जनता पार्टी की सरकार बनी फिर भी उन्हें ना प्रधानमंत्री बनाया गया ना राष्ट्रपति बनाया गया जो राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति हुई है अंत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि बाबूजी को भारत सरकार भारत रत्न की उपाधि से अलंकृत करें। कोरोना के बढ़ते क्रम में सामाजिक दूरी का परिपालन किया गया।