न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
पूर्वी चंपारण जिला के सदर अनुमंडल व बंजरिया प्रखंड आपूर्ति कार्यालय के अजीबोगरीब कारनामा का चर्चा आजकल गांव से लेकर शहर तक बना हुआ है.
सदर अनुमंडल कार्यालय व बंजरिया प्रखंड आपूर्ति कार्यालय एक डीलर पर इतना मेहरवान है कि सात माह से लाइसेंस रद्द होने के बाद भी अक्टूबर माह का राशन का उठाव उक्त डीलर को कर दिया गया. जब रद्द लाइसेंस डीलर के राशन उठाव का चर्चा जोर पकड़ने लगा तो आनन फानन में पदाधिकारियों की टीम डीलर के घर पहुंची और पंचायत कर टैग डीलर को राशन भेजवाया गया. तब जाकर मामला शांत हुआ.
लेकिन गांव से लेकर शहर तक चर्चा बना हुआ है कि आखिर अनुमंडल व प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी डीलर पर कितना मेहरबान है कि 7 माह से लाइसेंस रद्द जनवितरण डीलर का ड्राफ्ट लगवा कर राशन का उठाव करवा दिया गया. ग्रामीणों का कहना है कि हंगामा व जांच के डर से उसी दिन से आनन फानन में एक पदाधिकारी छुट्टी लेकर गायब है. ग्रामीणों ने जिला पदाधिकारी से जांच कर दोषी पर कार्रवाई करने का मांग किया है.
मामला सदर अनुमंडल के बंजरिया प्रखंड के सिसवा पश्चिमी पंचायत का है. जानकारी के अनुसार सदर अनुमंडल के बंजरिया प्रखंड के सिसवा पश्चिमी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष सह जनवितरण दुकानदार जयप्रकाश नारायण गुप्ता का सात माह पूर्व विभाग द्वारा लाइसेंस रद्द कर दिया गया था.
सदर अनुमंडल कार्यालय व बंजरिया प्रखंड आपूर्ति कार्यालय के मेहरबानी
सात माह पूर्व लाइसेंस रद्द होने के बाद भी सदर अनुमंडल कार्यालय व बंजरिया प्रखंड आपूर्ति कार्यालय के मेहरबानी से उक्त डीलर ने अक्टूबर माह के राशन के उठाव लिए बैंक ड्राफ्ट जमा कर दिया. वही अनुमंडल व प्रखंड आपूर्ति कार्यालय के द्वारा आवंटन भी बना दिया गया. आवंटन के बाद गोदाम से राशन का उठाव भी कर दिया गया.
जब लाइसेंस रद्द डीलर का राशन उठाव की जानकारी ग्रामीणों में जंगल की आग की तरह फैल गई. तब आनन फानन में पदाधिकारियों की टीम अपनी गलती को छुपाने के लिए राशन डीलर के घर पहुंची और पंचायती कर टैग दुकान में राशन का भेजवाया गया. सात माह से रद्द लाइसेंस डीलर के पास राशन का उठाव क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.
वहीं गोदाम प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि बंजरिया प्रखंड के सिसवा पश्चिमी पंचायत के राशन डीलर का लाइसेंस सात माह पूर्व से रद्द था. उक्त राशन डीलर के राशन उठाव के लिए विभाग द्वारा एसआईओ आया था. वही हैदराबाद से आवंटन प्राप्त होने पर 6 अक्टूबर को उक्त डीलर को राशन का उठाव किया गया. ग्रामीणों की माने तो राशन उठाव के बाद 12 नवम्बर की रात्रि में प्रशासन की टीम लाइसेंस रद्द डीलर के घर पहुँच कर उठाव किए गए राशन को घंटों मशक्कत के बाद टैग दुकान को भेजवाया गया. गांव में रद्द राशन डीलर के डीलर के उठाव की चर्चा तेज होने पर कार्रवाई की गई.
सूत्रों की माने तो इस खेल को रफा दफा करने के लिए एसडीओ द्वारा स्पष्टीकरण की मांग कर खाना पूर्ति की कार्रवाई की गई है. इस संबंध में सदर एसडीओ के फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया. लेकिन फोन नहीं उठाने के कारण जानकारी नहीं मिल सकी.