
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
जिले में कोरोना पॉजिटिवों की संख्या लगातार कम हो रही है। लोगों के अंदर से डर का खौफ भी खत्म होने लगा है। बस, अब जरूरत है कुछ सावधानी बरतने की। जब भी आप घर से बाहर से जाएं मास्क जरूर लगाएं और आने के बाद अपने हाथ पैर को साबुन से जरूर धोएं। इस दौरान अगर आपको किसी प्रकार की कोई परेशानी महसूस हो रही है, तब आप अस्पताल में जाकर कोरोना की जांच जरूर कराएं। जांच कराने में जरा भी घबराने की आवश्यकता नहीं है। इसमें कोई परेशानी भी नहीं है। यह मामूली सी जांच है। जांच के बाद आप भी चितामुक्त हो जाएंगे कि आपको कोरोना संक्रमण है या नहीं।
शहर की सुप्रसिद्ध महिला चिकित्सक डॉ. चंद्रलता झा ने न्यूज़ टुडे टीम को बताया कि अब तो मरीजों की संख्या काफी घट गई है। कई लोग लक्षण होने के बाद भी कोरोना की जांच कराने नहीं आ रहे हैं। वह निजी तौर पर इलाज कर समस्या खड़ी कर रहे हैं। खासकर महिलाओं को तो निश्चित रूप से कोरोना की जांच करानी चाहिए। घर की महत्वपूर्ण सदस्य होने की वजह से उनसे कोरोना के फैलाव की आशंका ज्यादा रहती है। कोरोना की जांच नहीं कराने से वह न सिर्फ खुद को बल्कि परिवार और समाज को भी मुश्किल में डाल रहे हैं। देर होगी तो किसी भी उम्र के शख्स को दिक्कत हो सकती है। इसलिए कोरोना की जांच जरूर कराएं।
कोरोना संक्रमित मरीजों का बढ़ाएं हौंसला
जिले के प्रमुख चिकित्सकों की अपील है कि आसपास कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है, तो समाज से बहिष्कार करने के बजाय उसका मनोबल बढ़ाएं। इससे उसको समस्या से बाहर आने में मदद मिलेगी। एक बात और एसिंपटोमैटिक मरीजों में भले ही कोविड-19 के लक्षण स्पष्ट तौर पर न दिखाई दें, पर वायरल लोड तो शरीर में है ही। ऐसे में होम आइसोलेशन के दौरान डॉक्टर द्वारा बताई गई दवा को नियमित रूप से लेते रहें। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही न करें।
वहीं शहर के प्रसिद्ध युवा चिकित्सक डॉ. अतुल कुमार का कहना है कि यदि कोरोना से जुड़े किसी भी तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो तत्काल ही जांच कराएं और चिकित्सक की सलाह मानें। कई लोग इसलिए भी जांच से बच रहे हैं कि उन्हें अस्पताल में भर्ती कर दिया जाएगा। कई इसलिए डरते हैं कि पॉजिटिव आए तो स्वास्थ्य विभाग की टीम घर पहुंच जाएगी। यदि टीम आई तो आस-पड़ोस के लोग क्या सोचेंगे। यह सब बातें दिमाग से निकाल दीजिए। सरकार ने अब होम आइसोलेशन की भी सहूलियत दे दी है। अब मरीज का घर रहकर भी इलाज हो सकता है। लोग क्या सोचेंगे यह भी भूल जाए, क्योंकि बीमारी किसी को भी हो सकती है और दूसरों के नजरिये से ज्यादा जरूरी है अपना और परिवार का स्वास्थ्य। इसलिए समय पर बीमारी का पता चलना जरूरी है।