न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : सीतामढ़ी-पटना/ बिहार :
जिला प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद मंगलवार को दो निजी अस्पतालों ने मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया। इसमें तारा हॉस्पिटल और हार्ट हॉस्पिटल शामिल है। प्रशासन की सूची में शामिल 6 अस्पतालों को कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज शुरू करने के लिए एक सप्ताह का समय चाहिए। वहीं, 6 अन्य अस्पतालों ने इलाज शुरू करने को लेकर तैयारी का हवाला देते हुए अनिश्चिता जाहिर की है। एक अस्पताल ने सिविल सर्जन से कोविड-19 के इलाज से मुक्त रखने का अनुरोध किया है। ऐसे में देखना होगा मरीजों को कितनी राहत मिलती है।
जहां इलाज शुरू हुआ वहां पहले दिन ही बेड फुल
- तारा हॉस्पिटल, गांधी मैदान (9 बेड) –अस्पताल के सभी 9 बेड फूल हो चुके हैं। 9 कोरोना पॉजेटिव मरीज भर्ती हैं। इलाज चल रहा है।
- हार्ट हॉस्पिटल (14 बेड) –इस अस्पताल के भी सभी 14 बेड पर मरीज भर्ती हो चुके हैं। फिलहाल नए मरीजों की जगह नहीं है।
एक सप्ताह में चालू होंगे ये अस्पताल
- पारस एचआरएमआई हॉस्पिटल (30 बेड) एक सप्ताह बाद कोरोना मरीजों की भर्ती चालू होगी। तैयारी चल रही है।
- पालम वीयू हॉस्पिटल (12 बेड) कोरोना मरीजों के लिए अलग व्यवस्था करनी है। सामान का ऑर्डर दे दिया गया है।एक सप्ताह लगेगा।
- मेडिवर्सल हॉस्पिटल (12 बेड) कोरोना के इलाज के प्रोटोकॉल के अनुरूप व्यवस्था करनी है। 10 अगस्त तक इलाज शुरू होगा।
- क्रॉस हॉस्पिटल (18 बेड) क्रॉस हॉस्पिटल के प्रबंधन ने बताया कि मरीजों को भर्ती करने के लिए तैयारी चल रही है। एक सप्ताह बाद सुविधा चालू हो जाएगी।
- एनईएसटीवीए हॉस्पिटल (12 बेड) मानकों के हिसाब से अस्पताल को तैयार किया जा रहा है।
- रूबन मेमोरियल हॉस्पिटल, (40 बेड) एंटीजन किट से जांच की अनुमति अभी तक नहीं मिली है। जांच किए बगैर आइसोलेशन वार्ड में किसको भर्ती करेंगे। संसाधन और मानक के अनुरूप अनुमति मिलने के बाद चालू किया जाएगा।
तैयारी पूरी हो जाएगी तो इलाज शुरू होगा
- हाईटेक इमरजेंसी (10 बेड): लॉकडाउन में स्टॉफ नहीं है। अभी निरीक्षण तक नहीं हुआ है। एंटीजन कीट नहीं मिला है। ये सारी व्यवस्थाएं हो जाएंगी तो इलाज शुरू करेंगे।
- अरविंद हॉस्पिटल (13 बेड): अभी आइसोलेशन वार्ड तैयार नहीं है। स्टॉफ भी प्रर्याप्त संख्या में नहीं आ रहे हैं। पूरी तैयारी के बिना कोरोना संक्रमितों का इलाज शुरू करने पर दूसरे मरीजों को खतरा हो सकता है। कोरोना संक्रमितों के इलाज से संबंधित खबर आने के बाद दो-तीन नर्सिंग स्टॉफ ने अस्पताल आना बंद कर दिया है।
- मेडिका मगध हॉस्पिटल (25 बेड): यह हार्ट का अस्पताल है। यहां सिटी स्कैन, ब्लड बैंक नहीं है। पूरी तैयारी करने के बाद ही कोरोना संक्रमितों का इलाज यहां करना ठीक होगा।
- डॉ. विमल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर (25 बेड): अभी आदेश आया है। लेकिन आइसोलेशन वार्ड बनाने में समय लगेगा। पूरी तैयारी होने के बाद ही हम कोरोना संक्रमितों का इलाज शुरू करेंगे।
- अनुप इंस्टीच्युट ऑफ अर्थोपेडिक (25 बेड): यह अस्पताल अर्थोपेडिक मरीजों के लिए है। कोविड संक्रमितों के इलाज के लिए काफी नई व्यवस्था करनी होगी। इसमें समय लगेगा।
- बुद्धा सेंट्रल हॉस्पिटल (7 बेड) : यह कैंसर अस्पताल हैं। यहां कैंसर के मरीज भर्ती है। कोविड-19 के मानक के अनुरूप तैयारी पूरी करने के बाद चालू किया जाएगा। अभी बातचीत चल रही है।