न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
सियासी गलियारों में कोरोना की एंट्री के बावजूद चुनावी तैयारियों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. बीजेपी, जेडीयू या फिर आरजेडी ऑफिस, हर जगह बड़ी संख्या में कार्यकर्ता की भीड़ इन दिनों देखने को मिल रही है.
बिहार में कोरोना के तेज प्रसार से जहां हर रोज आम लोग संक्रमित हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ नेता भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. अब तक लगभग हर पार्टी के नेता संक्रमित निकले हैं. बावजूद इसके होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज है. मंगलवार को बिहार बीजेपी के 75 नेताओं के कोरोना पॉजिटिव पाये जाने पर पटना के सियासी गलियारों में हंगामा मच गया. दरअसल प्रदेश बीजेपी ऑफिस में काम करने वाले सौ लोगों के सैम्पल लिए गए थे. इनमें से 75 संक्रमित पाए गए हैं.
प्रदेश बीजेपी के कोरोना संक्रमित नेताओं में कई बड़े चेहरे भी शामिल हैं. संगठन महामंत्री से लेकर प्रदेश उपाध्यक्ष तक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. ये सभी कई दिनों से लगातार चुनावी तैयारियों में लगे हुए थे. लगातार वर्चुअल मीटिंग की तैयारियां चल रही थीं.
इससे पहले आरजेडी नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के साथ-साथ जेडीयू के गुलाम गौस, बीजेपी नेता व मंत्री विनोद सिंह, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह का पूरा परिवार पॉजिटिव पाये गये. पिछले दिनों मुख्यमंत्री आवास और डिप्टी सीएम सुशील मोदी की सुरक्षा में तैनात गार्ड भी संक्रमित पाये गये थे.
चुनाव को लेकर तैयारियां जोरों पर
सियासी गलियारों में कोरोना की एंट्री के बावजूद चुनावी तैयारियों पर इसका कोई असर नहीं दिख रहा है. बीजेपी, जेडीयू या फिर आरजेडी ऑफिस, हर जगह बड़ी संख्या में कार्यकर्ता की भीड़ इनदिनों देखने को मिल रही है. कोरोना के खतरे को नजरअंदाज कर पार्टियां चुनावी तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती. 18 जुलाई से जेडीयू का वर्चुअल सम्मेलन होने वाला है, जो 2 अगस्त तक चलेगा. इस दौरान जेडीयू के हर बड़े नेता सूबे 243 विधानसभा क्षेत्र के लोगों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करेंगे.
विपक्ष चुनाव टालने की कर रहा मांग
हालांकि चुनावी तैयारियों के बीच विपक्ष से कोरोना के प्रसार को देखते हुए चुनाव टालने की भी मांग उठ रही है. आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि ऐसे हालात में चुनाव संभव नहीं है. इसलिए इसे टाला जाना चाहिए. कांग्रेस नेता प्रेमचन्द्र मिश्रा ने भी तेजस्वी का समर्थन करते हुए कहा कि कोरोना को लेकर सरकार की कोई तैयारी नहीं दिख रही, पर चुनाव की तैयारियों में सत्तापक्ष के लोग परेशान हैं.