न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
कोरोना काल में सेहत की सुरक्षा के लिए कवच बना फेस मास्क लगातार नये-नये रंग में सामने आ रहा है। शुरुआती दौर में यह मेडिकल उपकरण के तौर पर था। कुछ अरसा गुजरा तो मास्क पर फैशन का रंग चढ़ा और अब विधानसभा चुनाव के असर में मास्क राजनीतिक रंग लेने लगा है। राजनीतिक दल मास्क को प्रचार सामग्री के तौर पर इस्तेमाल करने लगे हैं। नतीजा है कि गमछा और टी-शर्ट के साथ ही अब मास्क भी राजनीतिक दलों के पसंदीदा रंग और चुनाव चिह्न के साथ बाजार में आने लगा है। प्रत्याशी अब अपने चेहरे पर जो मास्क लगाकर जाने की तैयारी में हैं, उसपर उनका चुनाव चिह्न छपा रहेगा। पिछली बार कोट की जेब और गमछे पर चुनाव चिह्न फैशन था।
हर पार्टी के लिए अलग-अलग तैयार हो रहे मास्क
चुनावी साल में राजद, जदयू, लोजपा समेत सभी पार्टियों के चुनाव चिह्न वाले मास्क तेजी से ट्रेंड करने लगे हैं। वीरचंद पटेल पथ में चुनाव प्रचार सामग्री की दुकान चलाने वाले सत्येंद्र नारायण सिंह का कहना है कि कोरोना काल में मास्क और गमछा की डिमांड बढ़ी है। विभिन्न दलों से जुड़े लोग पार्टी के रंग और चुनाव चिह्न के हिसाब से मास्क के आर्डर दे रहे हैं।
अहमदाबाद से मंगाई जा रही प्रचार सामग्री
चुनाव प्रचार सामग्री के एक दुकानदार ने बताया कि प्रिंटेड मास्क और अन्य सामग्री अहमदाबाद से मंगाई गई है। मांग को देखते हुए शुरुआती दौर में हर पार्टी के लिए 10-10 हजार मास्क और टी-शर्ट का ऑर्डर दिया गया है। जरूरत के मुताबिक और प्रचार सामग्री मंगाई जाएगी। सूती और लिनेन के मास्क नेताओं को पसंद आ रहे हैं।
जदयू और राजद से ज्यादा ऑर्डर की उम्मीद
दुकानदार ने बताया कि जदयू और राजद से ज्यादा ऑर्डर मिलने की उम्मीद है, क्योंकि भाजपा और कांग्रेस जैसी पार्टियां इन चीजों को अपने कार्यकर्ताओं के बीच स्वयं वितरित करती रही हैं। कीमत की बात करें तो प्रिंटेड गमछा 60-100 रुपये, सूती और लिनेन मास्क 70-100 रुपये, गंजी और टी-शर्ट 110-150 रुपये में उपलब्ध है।