न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : नौतन- बेतिया / बिहार :
केंद्र और राज्य सरकार के तरफ से सुदूर दियरावर्ती इलाके में बेहतर स्वास्थय सेवा बहाल करने के सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं ।लाखों की लागत से कोतराहा में बने उप स्वास्थय केंद्र में चिकित्सकों और एएनएम की नियुक्ति नहीं हो पाई। नतीजतन दियरा इलाके के मरीजों को आज भी पन्द्रह किलो मीटर दूरी तय कर नौतन पीएचसी में इलाज कराने की मजबूरी बनी हुई है।
पंचायत समिति सदस्य नगीना भगत, बाबूजान अंसारी, देवलाल पासवान आदि ने बताया कि वर्ष 2017-18 में स्वास्थय केंद्र बनाने का कार्य शुरू किया गया ।डेढ़ साल पहले बनकर तैयार भवन को स्वास्थ्य विभाग को सौंप दिया गया। भवन में आज तक स्वास्थय विभाग की ओर से चिकित्सकों और एएनएम की नियुक्ति नहीं की गई। 31 लाख की लागत से बने स्वास्थय केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में नाकारा साबित हो रहा है।
नये भवन में बिजली, शौचालय और पेयजल की व्यवस्था चुस्त दुरुस्त हैं । बावजूद विभाग इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया । ग्रामीणो ने बताया कि छह बेड वाले अस्पताल में अगर स्वास्थय कर्मियों की नियुक्ति हो जाय तो लोगों को बेहतर तरीके से इलाज कराने में सुविधा मिल सकता है।
शयामपुर कोतराहा पंचायत के वार्ड संख्या पांच रामनगर बैरिया में बने भवन में कर्मियों को तैनात करने के लिए विधायक और सांसद से लोग गुहार लगाते थक हार गए। लेकिन आज तक कोई सुविधा नहीं मिल सका।आसन्न विधान सभा चुनाव में स्वास्थय केंद्र चालू कराने को लेकर ग्रामीणों ने विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों का घेराव करने का भी निर्णय लिया। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डाँक्टर शंकर रजक ने कहा कि बनें भवन में जून माह में चिकित्सक के लिए विभाग के अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है।