न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने 24 मार्च को पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया गया था. लॉकडाउन का पालन सख्ती से हो इस बात की जिम्मेवारी पुलिस को मिली थी. इस दौरान सरकार और प्रशासन की तरफ से बार बार पब्लिक को अपने घरों में रहने को कहा गया. लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की हिदायत भी दी गई. लेकिन इस दौरान सरकारी फरमान का बार बार उल्लंघन हुआ. लोग लाख मना करने के बावजूद अपने घरों से बाहर निकले. ऐसे लोगों के खिलाफ बिहार पुलिस ने पूरी सख्ती बरती है.
मिली है तीन दिनों तक ये रियायत
हालांकि विगत दिनों पहले एमएचए की ओर से जारी एसओपी के तहत राज्य सरकार ने सप्ताह में तीन दिन सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक दुकानों के साथ साथ कई जरूरी दुकानों के साथ ऑनलाइन खाने रेस्टूरेंट से मंगवाने की छूट दी है. इसके बावजूद लोग बेवजह अपने घरों से निकलने से बाज नहीं आ रहे.
कड़ाई से किया गया लॉकडाउन का पालन
प्रदेश की राजधानी पटना हो या फिर राज्य का कोई और जिला पुलिस ने पूरी कड़ाई के साथ इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की. बिहार पुलिस की तरफ से मिले आंकड़ों के अनुसार 24 मार्च से लेकर अबतक यानी पूरे 50 दिनों तक लॉकडाउन उल्लंघन के कुल 2183 मामले में सामने आए. अलग अलग थानों में एफआईआर दर्ज किए गए. इसके अलावा लॉकडाउन तोड़ने वाले 2047 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. जबकि लॉकडाउन में बगैर प्रशासनिक अनुमति और पास के सड़क पर दौड़ रही 70 हजार 203 गाड़ियों को जब्त किया गया.
जुर्माने के तौर पर वसूले गए 16 करोड़ रुपए से ज्यादा
इस दौरान बिहार पुलिस ने राजधानी समेत अलग अलग जिलों में कार्रवाई करते हुए जुर्माने के तौर पर कुल 16 करोड़ 25 लाख 08 हजार 136 रुपए अबतक वसूले. बात सिर्फ कल यानि की शुक्रवार की करें तो पूरे बिहार में लॉकडाउन उल्लंघन मामले में 44 लोगों को गिरफ्तार किया गया. उसके अलावा 14 एफआईआर दर्ज की गई. साथ ही 1078 गाड़ियां जब्त की गई. जबकि जुर्माने के तौर पर 32 लाख 10 हजार 950 रुपए वसूल किए गए.
पुलिस की कार्रवाई रहेगी जारी
बिहार पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस की यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी. कोरोना वायरस के संक्रमण का मामला तेजी से बढ़ता जा रहा है. इस स्थिति में सरकार लॉकडाउन की अवधि को 17 मई से आगे भी बढ़ा सकती है. इसके संकेत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में पीएम नरेंद्र मोदी के साथ वीसी के माध्यम से हुई बैठक के दौरान दे दिए हैं.