न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : नई दिल्ली/ मोतिहारी- बिहार :
राजेन्द्र भवन 210 दीन दयाल उपाध्याय मार्ग नई दिल्ली में बाबू जगजीवन राम कला संस्कृतिक साहित्य अकादमी द्वारा बांग्लादेश मुक्ति संग्राम की 50 वीं बर्षगाठ 14 दिसंबर 2021 को मनाई गई जिसकी अध्यक्षता लोक सभा पूर्व अध्यक्ष मीरा कुमार ने की। श्रीमती कुमार ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि 16 दिसम्बर 1971 भारत के इतिहास का स्वर्णिम दिन था। इस दिन भारत उप प्रधानमंत्री सह प्रतीरक्षा मंत्री, दलितों पिछड़ों के मसीहा बाबू जगजीवन राम के मजबूत इरादों में भारतीय सेना के शौर्य एवं उसके साहस के बदवलत विजय हासिल की थी, जिसके कारण पाकिस्तान का विभाजन होकर बांग्लादेश का निर्माण हुआ, उस समय देश के प्रधानमंत्री शक्ति के प्रतीक, प्रियदर्शिनी श्रीमती इंदिरा गांधी थी।
विजय दिवस के अवसर पर सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेश, नेपाल, जापान, इटली, इंग्लैंड से आय अतिथियों के समकक्ष बिहार से जिला कांग्रेस कमेटी पूर्वी चंपारण के जिला उपाध्यक्ष जागा राम उर्फ़ शास्त्री जी को लोक सभा के पूर्व अध्यक्ष श्रीमती मीरा कुमार ने बाबू जगजीवन राम राष्ट्रीय सम्मान पदक देकर प्रतीक चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र देते हुए दलितों पिछड़ों के बीच कार्य करने का सुझाव दिया।
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के मंत्री राम दास अठावले, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सत्यनारायण जटिया, भारतीय कांग्रेस कमिटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अंशुल कुमार, विशिष्ट अतिथि के रूप में मंगल सूरजकर, अनिल मिश्रा, सुनिल गायकवाड़, योगेश खोबा, एस एन खोबा, डॉ सन्त शरण, आदित्य राज, रत्न भगत ने राष्ट्रनायक बाबू जी जगजीवन राम को कुशल प्रशासक, अनुभवी एवं योग्य मंत्री बताते हुए। उनके जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला तथा सर्वसम्मति से बाबू जी को भारत रत्न देने की मांग की।
समारोह में बिहार पूर्वी चंपारण से मनोज कुमार अकेला, हीरामुनी पासवान, सुरेन्द्र राम, चन्द्र शेखर कुमार, रंजीत कुमार, श्रीराम कुमार, सुन्दर माला कुमारी, सुगांधी देवी ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अंत में अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ एस एन खोबा ने अतीथियो को प्रस्ताव स्वागत करते हुए धन्यवाद ज्ञापन किया। समारोह में संगीत एवं राष्ट्रगान से कार्यक्रम की समाप्ति की गई।