
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
★कोविड से संबंधित समस्या के समाधान हेतु जिला प्रशासन के कंट्रोल रूम 06252-242418 पर करें कॉल. पूर्वी चम्पारण जिला प्रशासन आपकी मदद हेतु हमेशा है तैयार. जिला प्रशासन सभी जिलेवासियों से अनुरोध करता है कि कृपया सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, मास्क का उपयोग करें, भीड़-भाड़ वाली स्थान से बचें. ध्यान रखे खुद के साथ-साथ अपनों का भी, हम सुरक्षित तो देश सुरक्षित★
बिहार के मुख्य सचिव त्रिपुरारि शरण ने सभी प्रमंडलीय आयुक्तों, आईजी डीआईजी जिला पदाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों के साथ VC के मध्यम से आगामी त्यौहारों के अवसर पर विधि व्यवस्था संधारण एवं कोविड टेस्टिंग को बढ़ाने के संबंध में समीक्षात्मक बैठक की एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक एवं पुलिस अधीक्षक नवीन चन्द्र ने वर्चुअल रूप से इस बैठक में भाग लिया। राज्य स्तर से इस बैठक में बिहार के विकास आयुक्त, बिहार, गृह विभाग एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव, डीजीपी, बिहार एडीजी, विशेष शाखा भी शामिल हुए।
सर्वप्रथम अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य विभाग, प्रत्यय अमृत ने कोविड टेस्टिंग बढ़ाने की आवश्यकता पर बल देते हुए अवगत कराया कि केरल और महाराष्ट्र में संक्रमण के मामले कम नहीं हो पा रहे हैं। वर्तमान में रोजाना न्यूनतम दो लाख टेस्टिंग का लक्ष्य प्राप्त करना होगा। बिहार राज्य हेल्थ सोसायटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर मनोज कुमार ने प्रस्तुतीकरण देते हुए कुछ जिलों, जिनमें पॉजिटिविटी रेट राज्य और सबसे अधिक है, के संबंध में मुख्य सचिव को जानकारी दी। किशनगंज, पटना, पूर्णिया, सहरसा, शेखपुरा, अररिया, रोहतास इत्यादि में पॉजिटिविटी रेट राज्य औसत से अधिक है। बिहार में समग्र रूप से पॉजिटिविटी रेट 0.085% है।
मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों को टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने का निर्देश देते हुए कहा कि यह सब की जिम्मेदारी है और कम टेस्टिंग स्वीकार्य नहीं है। सभी सिविल सर्जन भी कोविड संक्रमण के आइसोलेट मामलों को देखें और ध्यान देकर कार्रवाई करें। सभी जिला अधिकारी सजग रहकर इसका अनुश्रवण करें। टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कठोर प्रयास करना होगा।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने निर्देश दिया कि रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, मार्केट और सघन इलाकों में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाए। कोरोना से लड़ने के लिए हमारे पास टीकाकरण और टेस्टिंग यही दो हथियार हैं। यही हमें आगे तीसरे लहर से बचायेगा। इसलिए आक्रामक तरीके से टेस्टिंग की संख्या बढ़ानी होगी। अगले दो दिनों में बिहार में 200000 टेस्टिंग होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रधान सचिव ने कोविड संक्रमण के मामलों को तुरंत पकड़ने और उस पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने बाहर से गाड़ियों के द्वारा आने वाले यात्रियों के टेस्टिंग कराने पर भी जोड़ दिया। कोविड संक्रमण का मामला मिलने पर पूरे गांव के सभी लोगों का टेस्टिंग कराया जाए। मास्क चेकिंग और वाहन चेकिंग का अभियान चलाएं। सरकार द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का अनुपालन करवाएं।
आगामी बकरीद एवं श्रावणी मेला के त्यौहार को देखते हुए विधि व्यवस्था संधारण के संबंध में भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। त्योहारों के अवसर पर मानक प्रक्रियाओं, सावधानीपरक कार्यों के द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द को बनाए रखने की जरूरत है और साथ ही संचार भी कायम रखने की जरूरत है। कोरोना संबंधी आदेश में त्योहारों के संबंध में स्पष्ट उल्लेख है कि क्या-क्या कार्यक्रम निषेध हैं, धार्मिक स्थल बंद रहेंगे, भीड़भाड़ को एक जगह पर एकत्रित नहीं होने देना है। धार्मिक स्थलों के बाहर भी आयोजन प्रतिबंधित है और जुलूस भी नहीं निकलेगा।
विकास आयुक्त आमिर सुबहानी ने बैठक के दौरान अवगत कराया कि उन्होंने मुस्लिम सिर्फ संगठनों से संपर्क किया है। उन्होंने निर्देश दिया कि स्थानीय प्रशासन को ईदगाह और मस्जिद कमेटी को अवगत करा देना चाहिए कि अभी यह बंद रहेंगे स्थानीय थाना भी मोहल्ले में लोगों और मस्जिदों को बंद रखने इस संबंध में जानकारी दें। बिहार स्टेट सुन्नी वक्फ बोर्ड धार्मिक स्थलों को बंद रखने का पत्र निकाला है। मुस्लिम शीर्ष संगठन इमारते शरिया भी कोविड काल में सरकार की चिंता को समझता है। अन्य संगठनों के साथ वो मिलकर सामूहिक अपील निकालेंगे। कुर्बानी के संबंध में भी सावधानी अपेक्षित है। निषिद्ध जानवरों की कुर्बानी ना दी जाए। कोरोना प्रोटोकॉल को देखते हुए कानून का पालन करते हुए बकरीद मनाया जाए।
एडीजी, विशेष शाखा ने सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में विस्तृत पत्र प्रेषित करने की जानकारी दी। उन्होंने भी बकरीद के साथ श्रावणी मेला और सोमवारी के दौरान धार्मिक स्थलों और शिवालयों को बंद रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कुर्बानी के बाद के समय में प्रभावी पेट्रोलिंग कराने पर जोर दिया और सार्वजनिक स्थलों पर पशुओं का मांस अवशेष फेंकने पर विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया और इसका सफाई करवाने का भी निर्देश दिया। उन्होंने सोशल मीडिया पर ध्यान रखने की बात कही, ताकि अफवाहों को प्रभावशाली तरीके से खंडित किया जा सके। सभी थाना में शांति समिति की बैठक कराने एवं संवेदनशील स्थलों पर पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया। आगामी पंचायत चुनाव को देखते हुए ध्यान रखने की जरूरत है कि कोई संभावित प्रत्याशी पर्व को लेकर आपत्तिजनक कार्य न करें। चौकीदार थाना प्रभारी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारियों को भी चौकस रहने की जरूरत है।
डीजीपी बिहार एसके सिंघल ने निर्देश दिया कि पिछले 10 वर्षों में जहां भी तनाव रहा हो, उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान रखना है। ऐसे क्षेत्रों में बलों की प्रतिनियुक्ति करते हुए विशेष चौकसी बरतनी है। 21, 22 और 23 जुलाई बकरीद पर्व को लेकर महत्वपूर्ण है। 25 जुलाई के बाद सावन का पहला सोमवार पड़ेगा। पारंपरिक कांवड़ यात्रा नहीं होगी और लोग अपने घरों में ही जल चढ़ाएं। कोरोना गाइडलाइन के अनुपालन के साथ सांप्रदायिक सौहार्द्र को बनाए रखने की जरूरत है। सभी समुदाय के लोगों तक स्पष्ट संदेश पहुंचे के धार्मिक स्थल के बंद रखने का आदेश सभी धर्मों पर समान रूप से लागू होता है। इस संबंध में जिले के धार्मिक नेताओं से भी अपील करवाई जा सकती है और प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भी लोगों को अवगत कराया जा सकता है।