न्यूज़ टुडे एक्सक्लूसिव :
डा. राजेश अस्थाना, एडिटर इन चीफ, न्यूज़ टुडे मीडिया समूह :
ग्रेटर नोएडा में कोरोना की क्रूरता का कंपा देने वाला मामला सामने आया है। यहां 15 दिन में दो बेटों और पिता की इसके संक्रमण से मौत हो गई। देखते ही देखते एक हंसता-खेलता परिवार खत्म हो गया। पहले कुछ घंटों के अंतर में दोनों भाइयों की मौत हुई। फिर दो बेटों को खो चुके पिता भी जिंदगी की जंग हार गए।
जलालपुर गांव में रहने वाले अतर सिंह के दो बेटों की 9 मई को कोरोना से मौत हो गई थी। महज 15 दिन बाद शनिवार को इलाज के दौरान अतर सिंह ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया। गांव वालों के मुताबिक, 28 अप्रैल से गांव में मौत का तांडव शुरू हुआ था। यह अब भी जारी है।
कुछ घंटों के अंतर से चल बसे थे दोनों भाई
जलालपुर गांव के रविंद्र भाटी ने बताया कि सबसे पहले अतर सिंह के बेटे पंकज की 9 मई को अचानक मौत हो गई। वह सिर्फ 24 साल का था। गांववालों के साथ बेटे को मुखाग्नि देकर अतर सिंह घर पहुंचे ही थे कि दूसरे बेटे 28 साल के दीपक की मौत हो गई।
बेटों को खोने से सदमा लगा
ग्रामीणों ने बताया कि दो बेटों की मौत के बाद अतर सिंह सदमे में चले गए थे। इसके कुछ दिन बाद ही उन्हें भी कोरोना हो गया। अतर सिंह को इलाज के लिए ग्रेनो वेस्ट में प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। शनिवार रात में तबीयत अचानक ज्यादा बिगड़ गई तो घर वाले उनको नोएडा के एक हॉस्पिटल ले गए। वहां कुछ देर बाद उन्होंने दम तोड़ दिया।
अतरसिंह की पत्नी प्रेमवती का 3 साल पहले निधन हो चुका है। उनका एक बेटा दीपक डीजे का काम करता था। उसने शादी नहीं की थी। पंकज अभी कोई काम नहीं करता था। उसकी शादी हो चुकी थी और उसके दो बच्चे हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। अब घर में केवल अतर सिंह का सबसे छोटा बेटा भारत और पंकज की पत्नी रह गए हैं।