
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
बिहार की बेटी साहित्यकार अनामिका को 2020 के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है। उन्हें यह पुरस्कार हिंदी कविता संग्रह ‘टोकरी में दिगन्त : थेरीगाथा’ के लिए मिला है। हिंदी में कविता संग्रह के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार पाने वाली वह पहली महिला हैं। मैथिली में यह प्रतिष्ठित पुरस्कार कमलकांत झा को ‘गाछ रूसल अछि’ कहानी संग्रह के लिए मिला है। उधर, कन्नड़ में महाकाव्य लिखने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम वीरप्पा मोइली को भी साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। इस वर्ष की चयन समिति के अध्यक्ष डॉ चंद्रशेखर कंबार थे।
यह जानकारी शुक्रवार को साहित्य अकादमी के सचिव के श्रीनिवास राव ने दी। उन्होंने बताया कि अकादमी ने 20 भाषाओं के लिए अपने वार्षिक साहित्य अकादमी पुरस्कारों की घोषणा की है। इनमें सात कविता-संग्रह, चार उपन्यास, पांच कहानी-संग्रह, दो नाटक, एक-एक संस्मरण और महाकाव्य हैं। उन्होंने बताया कि अंग्रेजी में अरुंधति सुब्रह्मण्यम को कविता संग्रह ‘व्हेन गॉड इज़ ए ट्रैवलर’ के लिए, जबकि उर्दू में हुसैन उल हक को उनके उपन्यास ‘अमावस में ख्वाब’ के लिए सम्मानित किया जाएगा। पंजाबी भाषा में पुरस्कार के लिए गुरुदेव सिंह रुपाना को उनकी लघुकथा ‘आम खास’ के लिए चुना गया है। । मराठी में नंदा खरे, संस्कृत में डॉ. महेशचंद्र शर्मा, तमिल में इमाइयम को पुरस्कार दिया गया है।
वहीं, फतेहगढ़ साहिब के करनैल सिंह सोमल को बाल साहित्य पुरस्कार के लिए चुना गया है। मलयालम, नेपाली, ओडिया और राजस्थानी भाषाओं में पुरस्कार की घोषणा बाद की जाएगी।
हिंदी भाषा में पुरस्कृत होने वाली अनामिका मूल रूप से मुजफ्फरपुर की रहने वाली हैं। लेकिन इन दिनों वह दिल्ली विश्वविद्यालय के सरस्वती कॉलेज में अंग्रेजी पढ़ा रही हैं। उन्हें इससे पहले राजभाषा परिषद पुरस्कार, साहित्य सम्मान, भारत भूषण अग्रवाल और केदार सम्मान आदि पुरस्कार मिल चुके हैं। अनामिका का जन्म 17 अगस्त 1961 को मुजफ्फरपुर में हुआ था। उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी साहित्य में एमए किया है। दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही डीलिट और पीएचडी भी किया है। वह कविता के साथ-साथ साहित्य की हर विधा में लिखती हैं। कई अनुवाद भी किया है। उनके पिता डॉ. श्यामनंदन किशोर हिंदी साहित्य के बड़े साहित्यकार थे। वह बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति भी रहे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुप्रसिद्ध हिन्दी कवयित्री श्रीमती अनामिका एवं मैथिली रचनाकार श्री कमलकांत झा को साहित्य अकादमी पुरस्कार मिलने पर अपनी शुभकामनायें दी।
मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि यह बिहार के लिये बेहद गौरव की बात है। बिहार की बेटी को हिंदी का सर्वोच्च सम्मान मिलना देश की आधी आबादी को प्रेरणा प्रदान करेगा। उन्होंने कहा है कि बिहार से ताल्लुक रखने वाले दोनों रचनाकारों की इस उपलब्धि पर सम्पूर्ण बिहारवासियों को गर्व है।