
न्यूज़ टुडे टीम ब्रेकिंग अपडेट : पटना/ बिहार :
बिहार में नई सरकार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बन गई है, लेकिन विवादों से दामन अब भी नहीं छूट रहा है. नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री बने डॉ. मेवालाल चौधरी भ्रष्टाचार के आरोपों के कारण विरोधी दलों के निशाने पर हैं. इस बीच, मेवालाल चौधरी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. यही नहीं, उनके इस्तीफे का लिफाफा राजभवन पहुंच गया है. जबकि डॉ. मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने आरजेडी पर पलटवार करते हुए कहा कि राबड़ी देवी और तेजस्वी कब इस्तीफा देंगे. इन पर भी भ्रष्टाचार के आरोप हैं.
इस बीच राज्यपाल ने मेवालाल चौधरी का इस्तीफा मंजूर कर लिया. मेवालाल के इस्तीफे के बाद मंत्री अशोक चौधरी को शिक्षा विभाग का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है.
विवादों में घिरे शिक्षा मंत्री ने किया पदभार ग्रहण, फिर दिया इस्तीफा
विवादों में घिरे शिक्षा मंत्री डॉ. मेवालाल चौधरी ने आज ही पदभार ग्रहण किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जो हमारे खिलाफ बोल रहे हैं और यह कह रहे है कि मेरी पत्नी की मौत के लिए मैं जिम्मेवार हूं, उनके खिलाफ आज ही 50 करोड़ की मानहानि का केस करूंगा और आज ही उनके पास लीगल नोटिस जाएगा, लेकिन शाम होते होते उन्होंने इस्तीफा देकर सभी को चौंका दिया है.
आपको बता दें कि बिहार कृषि विश्वविद्यालय (बीएयू) के कुलपति रहते समय मेवालाल चौधरी पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे और उन पर एफआईआर भी दर्ज हुई थी. इसके बाद जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) से उन्हें निलंबित कर दिया गया था.
यही वजह है कि विपक्ष लगातार नीतीश सरकार को टारगेट पर ले रही है. यही नहीं, तेजस्वी यादव लगातार मेवालाल पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को उठा रहे हैं. आज भी उन्होंने इस मसले पर ट्वीट कर हमला बोला है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हत्या और भ्रष्टाचार के अनेक मामलों में IPC की 409, 420, 467, 468, 471 और 120B धारा के तहत आरोपी मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बनाने से बिहारवासियों को क्या शिक्षा मिलती है?