
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : अरेराज- मोतिहारी/ बिहार :
पूर्वी चंपारण जिला के अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल में बिना रोगी कल्याण समिति की बैठक के लाखों रुपए खर्च करने का ममाला सामने आया है। करोड़ो खर्च होने के बाद अब ये जांच का विषय भी बना गया है। रोगी कल्याण समिति में प्रतिवर्ष दो से ढाई लाख रुपए सरकार की ओर से भेजा जाता है। जिस राशि का खर्च रोगी कल्याण समिति की ओर से पारित योजना पर खर्च किया जाता है।
अस्पताल कार्यालय के अनुसार वर्ष 2018-19 में 2.50 लाख, वर्ष 2019-20 में 2.44 लाख, 2020-21 में 5 लाख रुपए का आवंटन रोगी कल्याण समिति में मिला था। विभाग के अनुसार रोगी कल्याण समिति के बैठक में पारित होने के बाद अस्पताल प्रबंधन इस राशि को खर्च करेंगे।
रोगी कल्याण समिति सदस्य सह भाजपा नेता विवेकानंद पांडेय ने बताया कि कई वर्षों से अस्पताल में रोगी कल्याण समिति की बैठक नही बुलाई गई है। कितना कहने पर एक बार लोकसभा चुनाव के पूर्व अस्पताल प्रबंधन द्वारा रोगी कल्याण समिति की बैठक की खाना पूर्ति की गई। बिना रोगी कल्याण समिति के बैठक के ही मनमानी तरीके से राशि का खर्च किया जाता है।
इधर, अस्पताल अकाउंटेंट दिनेश कुमार ने बताया कि तीन वर्ष पूर्व विभाग की ओर से पूर्व की कमेटी को भंग कर दिया गया। अस्पताल प्रभारी के नेतृत्व में ही कमेटी बनाकर रोगी कल्याण समिति में आए राशि को बिजली -बत्ती, रखरखाव, मेन्टेन्स, आकस्मिक दवा खरीदारी में खर्च किया जाता है। वर्ष 2020-21 में प्राप्त 5 लाख की राशि मे मात्र ढाई लाख ही खर्च किया गया है।
अस्पताल प्रबंधक ने बताया कि एक कर्मी के अवधि विस्तार के लिए कुछ दिन पूर्व रोगी कल्याण समिति की बैठक हुई थी। अस्पताल उपाधीक्षक उज्वल कुमार ने बताया कि अस्पताल का प्रभार मिले बहुत कम दिन हुए है। पूर्व के रोगी कल्याण समिति की बैठक के बारे में जनकारी नही है। आगे से विभागीय निर्देश के आलोक में बैठक कर पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाएगा।