न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
बिहार में बस से यात्रा करने वालों को अपनी जेब पहले से अधिक ढीली करनी पड़ सकती है। राज्य के बस मालिकों ने किराया दोगुना करने की मांग उठाई है। वे अपना प्रस्ताव जल्द ही राज्य सरकार को सौंपेंगे। अगर राज्य सरकार उनके प्रस्ताव पर सहमत हो जाती है तो राज्य में सार्वजनिक परिवहन का किराया अचानक काफी बढ़ जाएगा।
राज्य में सरकारी बसों का किराया कई सालों से नहीं बढाया गया है। मोटर ट्रांसपोर्ट फेडरेशन ने डीजल के मूल्यों में वृद्धि को देखते हुए बसों का सरकारी किराया दोगुना करने, कोरोना काल में चार माह का टैक्स माफ करने, बसों में 50 फीसद की जगह सौ फीसद यात्रियों बैठाने समेत आधा दर्जन से अधिक प्रस्ताव पास किए हैं। शुक्रवार को राजधानी के मीठापुर बस स्टैंड में आयोजित फेडरेशन की बैठक में राज्य भर के डेढ़ दर्जन से अधिक बस व ट्रांसपोर्ट मालिक व प्रतिनिधि शामिल हुए।
फेडरेशन के अध्यक्ष उदय शंकर प्रसाद सिंह ने कहा कि कोरोना काल में पिछले चार माह से बसों में 50 फीसद यात्री बैठाने का आदेश है, जबकि टैक्स और इंश्योरेंस आदि पूरी सीटों का लिया जा रहा। डीजल में अप्रत्याशित वृद्धि के बावजूद सरकार के द्वारा 2014-2018 में तय भाड़ा लेने पर विवश किया जा रहा है। शनिवार को फेडरेशन का प्रतिनिधिमंडल परिवहन मंत्री समेत विभाग के अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर अपनी मांग रखेगा।