
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : पटना/ बिहार :
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार 12 जुलाई से शुरू होगा। सप्ताह में हर सोमवार को मुख्यमंत्री जनता से रूबरू होंगे। इसमें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। बता दें कि पिछले सप्ताह 4 केजी मुख्यमंत्री सचिवालय में बन रहे जनता दरबार के शेड का मुआयना करने सीएम गए थे। तब से ही कयास लगाए जा रहे थे। जल्द जनता दरबार की शुरुआत हो सकती है।
तैयारी को लेकर मुख्य सचिव ने की बैठक
मंगलवार को राज्य के मुख्यसचिव त्रिपुरारी शरण ने राज्य के आलाधिकारियों के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पूरे आयोजन की प्रस्तावित रूपरेखा रखी और उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधानसचिव, गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, डीजीपी एवं मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रधान सचिव एवं अन्य अधिकारियों ने भाग लिए। जिलों से बैठक में डीएम, प्रमंडलीय आयुक्त, आइजी, डीआइजी और एसपी भी शामिल हुए।
कोविड प्रोटोकॉल का रखा जाएगा ध्यान
मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर इस कार्यक्रम के संचालन के लिए संचालन प्रक्रिया विकसित की गई है। कोविड के निर्धारित प्रोटोकाल का कार्यक्रम के दौरान पालन हो इसका विशेष ख्याल रखा जाए। इससे पहले सोमवार को मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से इस आयोजन को लेकर जिलों को पत्र भी जारी किया गया था। पत्र में छह जुलाई की बैठक का भी हवाला दिया गया था। मुख्यसचिव की बैठक के साथ ही यह तय हो गया है कि 12 जुलाई से प्रत्येक सोमवार को जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रारंभ हो जाएगा।
पिछले सप्ताह सीएम ने लिया था जायजा
बता दें कि दिल्ली एम्स में आंखों का आपरेशन कराने के बाद चार दिन पहले मुख्यमंत्री पहली बार अपनी आवास से निकले थे। वह भी बिना किसी सुरक्षा और अधिकारियों के काफिले के। वे अचानक निकले और सीएम सचिवालय पहुंचे। वहीं पर जनता दरबार के लिए शेड बनाया गया है। वहां उन्होंने शेड का मुआयना किया। गौरतलब है कि करीब तीन महीने पहले सीएम नीतीश कुमार ने कहा था कि वे जनता दरबार फिर से शुरू करेंगे। हालांकि कोरोना की दूसरी लहर की वजह से सबकुछ पर ब्रेक लग गया। सारे काम ठप पड़ गए। अब कोरोना का प्रकोप कम होने के बाद फिर से सरकार एक्शन मोड में आ गई है।
2006 में शुरू हुआ था जनता दरबार
मालूम हो कि 2005 में सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार ने 2006 में जनता दरबार लगाना शुरू किया था। इसमें बिहार के कोने-कोने से फरियादी पहुंच रहे थे। यह 2016 तक सफलतापूर्वक चलता रहा। इसके बाद लोक शिकायत निवारण कानून राज्य में लागू हो गया। तब जनता दरबार लगना बंद हो गया था। लेकिन एक बार फिर इसकी शुरुआत होने जा रही है। सूत्रों के मुताबिक जनता दरबार में कोविड प्रोटाेकॉल का सख्ती से पालन कराया जाएगा। शारीरिक दूरी, मास्क, सैनिटाइजर समेत अन्य एहतियातों की व्यवस्था के अनुसार फरियादी आएंगे। इसको लेकर अधिकारियों की बैठक की जा रही है।