
न्यूज़ टुडे टीम अपडेट : मोतिहारी- पटना/ बिहार :
बिहार में सड़क निर्माण में लगे अभियंता नियमों को ताक पर रखकर चहेतों को फायदा पहुंचाने की भरपूर कोशिश करते हैं। इस दौरान वे विभाग आदेशों को ठेंगा दिखाते हैं और गड़बड़झाला करते हैं. ऐसे ही एक मामले का खुलासा हुआ है। खुलासे के बाद जिस कार्यपालक अभियंता ने टेंडर किया उसी अधिकारी को टेंडर और एकरारनामा रद्द करने का आदेश जारी करना पड़ा है। बीजेपी विधायक ने मामला पकड़ा और विभाग के बड़े अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद कार्यपालक अभियंता की पूरी पोल-पट्टी खुल गई।
भाजपा विधायक ने पकड़ी गड़बड़ी
मामला ग्रामीण कार्य विभाग से जुड़ा है। इस विभाग के कार्य प्रमंडल ढाका के कार्यपालक अभियंता की तरफ से सड़क का टेंडर निकाला गया था। टेंडर में सरकार के उस आदेश को दबा दिया गया था जिसमें न्यूनतम दर सीमा को खत्म कर दिया था। यानी अनलिमिटेड नीचे जाकर टेंडर डालने का प्रावधान को टेंडर में नहीं लगाया गया था। कार्यपालक अभियंता ने टेंडर में सिर्फ 10 फीसदी नीचे जाकर टेंडर डालने का प्रावधान किया था। जबकि विभाग की तरफ से अनलिमिटेड नीचे जाकर टेंडर डालने का प्रावधान है।
स्थानीय भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने जब कार्यपालक अभियंता की इस गड़बड़ी को पकड़ी और इसकी शिकायत विभाग के वरीय अधिकारियों से की। इसके बाद विभाग हरकत में आया और मुख्य अभियंता ने तत्काल एक्शन लेने का आदेश दिया। इसके बाद आनन-फानन में उसी कार्यपालक अभियंता ने टेंडर को रद्द किया है।