न्यूज़ टुडे टीम बाढ़ अपडेट : मोतिहारी/ बिहार :
मोतिहारी बंजरिया प्रखंड के बाढ़ प्रभावित सिसवनिया गांव के लोगों की जिंदगी बाढ़ के पानी के बीच गुजर रही है. सिकरहना नदी के अलावा तिलावे, दुधौरा, पसाह सहित कई पहाड़ी नदियों का पानी पूरे प्रखंड क्षेत्र में फैला हुआ है.
पूर्वी चंपारण जिले से होकर गुजरने नदियों का तांडव जारी है. बाढ़ से बंजरिया प्रखंड के सभी तेरह पंचायत डूबे हुए हैं. जिला प्रशासन के दावे के विपरित लोगों तक प्रशासनिक स्तर से कोई भी मदद नहीं पहुंचाई गई है. जिला प्रशासन ने सभी बाढ़ प्रभावितों को अपने हाल पर छोड़ दिया है. लोगों के आने जाने के लिए निजी नाव है. सरकारी स्तर पर एसडीआरएफ की दो टीम और दो मोटरबोट के साथ मौजूद है, जो बीमार और आवश्यक कार्य से आने-जाने वाले लोगों के लिए है।
दुधौरा,पसाह सहित कई पहाड़ी नदियों का पानी पूरे प्रखंड क्षेत्र में फैला हुआ है. सिसवनिया क्षेत्र में लगभग दस हजार की आबादी है. ग्रामीण खुर्शीद आलम बताते हैं कि वे लोग पांच दिन से बाढ़ के पानी में घिरे हुए हैं. लेकिन उन्हें देखने वाला कोई नहीं है. कई लोगों के घर गिर गए हैं. साथ हीं घर में खाने के लिए अनाज भी नहीं है.
मेडिकल टीम की मांग कर रहे हैं ग्रामीणों ने बताया कि उन लोगों की स्थिति काफी खराब है. आने-जाने के लिए केवल दिन में हीं नाव की व्यवस्था है. रात में कोई इमरजेंसी हो जाने पर आने जाने के लिए कोई साधन नहीं है. एसडीआरएफ की दो टीम इस क्षेत्र में तैनात है. लेकिन वो भी केवल दिन के लिए हीं है. अधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं कि बाढ़ के समय तक एक मेडिकल टीम की व्यवस्था गांव में हीं कर दी जाए, जिससे इमरजेंसी में बीमार लोगों की इलाज हो सके. लेकिन अधिकारी इस मांग को लेकर सुस्त पड़े हुए हैं.
नाव के लिए करना पड़ता है घंटों इंतजार
गांव के मुस्तफा कमाल को दिल्ली जाना है और वो मोतिहारी पहुंचने के लिए पिछले चार घंटे से नाव का इंतजार कर रहे हैं. मुस्तफा ने बताया कि प्रत्येक साल यह गांव टापू बन जाता है. लेकिन उन लोगों के दर्द को समझने वाला कोई नहीं है. उन्होने बताया कि वो पिछले चार घंटे से नाव का इंतजार कर रहे हैं, जिससे मोतिहारी पहुंच सके. मोतिहारी से उन्हें दिल्ली जाना जरूरी है. बहरहाल, बाढ़ और बर्बादी के बीच सिसवनिया गांव के लोगों की जनजीवन पूरी तरह से अस्त व्यस्त हो गया है. लेकिन प्रशासन बाढ़ पीड़ितों तक हर संभव मदद पहुंचाने का सिर्फ खोखला दावा कर रहा है.